पटना: टीचर्स डे के मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नियोजित शिक्षकों को नसीहत दी है. नीतीश कुमार ने कहा है कि जितना काम दिया गया है उसे ही करिए. नारा लगाने की हमें कोई परवाह नहीं. जो भी देना होगा हम लोग ही देंगे. उन्होंने कहा कि आज जो इनका साथ दे रहे हैं वो उन्हें अयोग्य बोलते थे.
नीतीश कुमार ने कहा कि जब जो इच्छा है मांग करते रहिए, लेकिन मूल दायित्व को निभाइए. मुख्यमंत्री ने साफ-साफ कहा कि शिक्षकों को जो करना है करें, लेकिन अपना मूल दायित्व ना भूलें. उन्होंने कहा कि जो कुछ करना है हम लोग ही करेंगे. शिक्षकों का कल्याण हमलोग ही कर सकते हैं.
'शिक्षकों के हित में काम करते रहेंगे'
सीएम ने कहा कि शिक्षकों के हक में सबकुछ हमने किया. आज जो लोग नियोजित शिक्षकों के पक्ष में बयानबाजी करते हैं. वो पहले क्या बोलते थे, ये भी सब जानते हैं. सब कुछ अपनी जगह है लेकिन हम फिर भी शिक्षक के हित के लिए काम करते रहेंगे. उन्होंने कहा कि कहा सिर्फ आपलोग बच्चों को पढ़ाइये. अगर नहीं पढ़ाएंगे तो हमें तकलीफ होगी.
'केस हार गए, क्या मिला आपको'
सीएम ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट तक आप लोग गए, बड़े-बड़े वकीलों को उतारा लेकिन क्या हुआ, आप लोग केस हार गए. इससे क्या फर्क पड़ता है. उन्होंने कहा कि मेरे खिलाफ कुछ कीजिएगा तभी तो मीडिया में पब्लिसिटी मिलेगी, करते रहिए.
गिनाईं शिक्षा क्षेत्र की बड़ी उपलब्धियां
शिक्षा में बिहार में जो काम हुआ उसे याद रखना चाहिए. शिक्षा बजट 2005-06 में 4261 करोड़ हुआ करता था जिसे बढ़ाकर 2018-19 में 32,126 करोड़ किया गया. शिक्षा, स्वास्थ्य, समाज कल्याण के साथ-साथ शिक्षा की महत्ता को भूल नहीं सकते.