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बाढ़, नालंदा और राजगीर की यात्रा... केंद्र की राजनीति में जाएंगे आप? बोले CM नीतीश-'ई सब बेकार की बात'

केंद्रीय राजनीति में जाने पर नीतीश कुमार की सफाई (Nitish Kumar Clarification on Going to Central Politics) आई है. उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए साफ किया कि उनकी बाढ़, नालंदा और राजगीर यात्रा वास्तव में निजी कार्यक्रम है. लिहाजा ऐसी किसी बात का कोई मतलब नहीं है. उन्होंने कहा कि बिहार में सबलोग मिलकर काम कर रहे हैं. इन बातों पर ध्यान नहीं देना चाहिए.

नीतीश कुमार केंद्र की राजनीति में
नीतीश कुमार केंद्र की राजनीति में
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Published : Apr 11, 2022, 5:31 PM IST

पटना: पिछले कुछ समय से बिहार में इस बात की चर्चा जोर पकड़ने लगी है कि सीएम नीतीश कुमार केंद्र की राजनीति में (Nitish Kumar in central politics) जा सकते हैं. राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति से लेकर विपक्ष की ओर से पीएम पद के उम्मीदवार के तौर पर भी उनके नाम की खूब चर्चा हो रही है. उनकी हालिया बाढ़, नालंदा और राजगीर यात्रा को भी इसी से जोड़कर देखा जा रहा है. हालांकि आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने इस पर सफाई दी है. उन्होंने कहा कि मैं निजी यात्रा पर था. लिहाजा जो भी अटकलें लगाई जा रही हैं, वो सब बेकार की बातें हैं.

ये भी पढ़ें: खबर पक्की है..! उपराष्ट्रपति बनेंगे नीतीश कुमार, प्रशासनिक तैयारियों को दिया जा रहा अंतिम रूप

'इच्छा थी लोगों के बीच जाने की': जनता दरबार के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़, नालंदा और राजगीर की यात्रा को लेकर केंद्र में जाने के लग रहे कयासों पर सफाई देते हुए कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है. मुख्यमंत्री ने कहा कि इतना दिन जहां के लोगों ने मुझे आगे बढ़ाने में मदद की. सांसद और मुख्यमंत्री बनाया तो उनके बीच जाने की फिर से इच्छा हुई. काम तो हम पूरे बिहार के लिए कर रहे हैं. बीच में कोरोना आ गया था, इसलिए यात्रा नहीं हो पाई थी. अब दो जगह यात्रा बच गई है.

'ये सब बात बेकार, इग्नोर करिए': सीएम ने कहा कि यह मेरी निजी यात्रा है. इसलिए इस तरह की कोई बात नहीं है. कड़ी धूप के बावजूद हजारों लोग खड़े रहते हैं तो उनसे मिलकर अच्छा लगता है. उनकी समस्याओं को भी सुनते हैं. कुछ विकास के कार्य भी इससे और होता है. इस बीच क्या हुआ लोग कैसी-कैसी बातें करते हैं, उस पर तो मेरा ध्यान भी नहीं है. हम लोग मिलकर काम कर रहे हैं, इसलिए उन सब चीज को इग्नोर करना चाहिए.

"धत्, इसका कोई मतलब नहीं है. आप जानते हैं कि हम तो निजी यात्रा पर गए हैं ना. हम तो 16 साल से बिहार की सेवा कर रहे हैं. जिन लोगों ने हमको बहुत पहले किया. अब पहले जब कभी जाते थे चुनाव वगैरह में तब लोगों की इच्छा होती थी कि कभी आईये. हमको भी लग रहा था कि जिसने हमको आगे बढ़ाया. सांसद बनाया और हमेशा विजय बनाता है हर बार. कोरोना के कारण देर हुआ, पहले से ही जाने की इच्छा थी. इसलिए ये सब बात बेकार है. उन बातों पर ध्यान मत दीजिए"- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार

ये भी पढ़ें: 'नीतीश कुमार को उपराष्ट्रपति नहीं प्रधानमंत्री बनना चाहिए, बिहार के लोग उन्हें PM के रूप में देखना चाहते हैं'

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'इच्छा थी लोगों के बीच जाने की': जनता दरबार के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़, नालंदा और राजगीर की यात्रा को लेकर केंद्र में जाने के लग रहे कयासों पर सफाई देते हुए कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है. मुख्यमंत्री ने कहा कि इतना दिन जहां के लोगों ने मुझे आगे बढ़ाने में मदद की. सांसद और मुख्यमंत्री बनाया तो उनके बीच जाने की फिर से इच्छा हुई. काम तो हम पूरे बिहार के लिए कर रहे हैं. बीच में कोरोना आ गया था, इसलिए यात्रा नहीं हो पाई थी. अब दो जगह यात्रा बच गई है.

'ये सब बात बेकार, इग्नोर करिए': सीएम ने कहा कि यह मेरी निजी यात्रा है. इसलिए इस तरह की कोई बात नहीं है. कड़ी धूप के बावजूद हजारों लोग खड़े रहते हैं तो उनसे मिलकर अच्छा लगता है. उनकी समस्याओं को भी सुनते हैं. कुछ विकास के कार्य भी इससे और होता है. इस बीच क्या हुआ लोग कैसी-कैसी बातें करते हैं, उस पर तो मेरा ध्यान भी नहीं है. हम लोग मिलकर काम कर रहे हैं, इसलिए उन सब चीज को इग्नोर करना चाहिए.

"धत्, इसका कोई मतलब नहीं है. आप जानते हैं कि हम तो निजी यात्रा पर गए हैं ना. हम तो 16 साल से बिहार की सेवा कर रहे हैं. जिन लोगों ने हमको बहुत पहले किया. अब पहले जब कभी जाते थे चुनाव वगैरह में तब लोगों की इच्छा होती थी कि कभी आईये. हमको भी लग रहा था कि जिसने हमको आगे बढ़ाया. सांसद बनाया और हमेशा विजय बनाता है हर बार. कोरोना के कारण देर हुआ, पहले से ही जाने की इच्छा थी. इसलिए ये सब बात बेकार है. उन बातों पर ध्यान मत दीजिए"- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार

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