ETV Bharat / state

CM नीतीश का बयान- 'नई पीढ़ी को जानना जरूरी कि कैसे मिली आजादी'

सीएम नीतीश कुमार ने गुरुवार को शिक्षा दिवस पर ऐलान किया है कि आने वाले दिनों में बिहार के स्कूली बच्चों को मौलाना अबुल कलाम आजाद के बारे में शिक्षा दी जाएगी. ताकि आने वाली पीढ़ी उनके योगदान और संघर्ष को जान सके.

नीतीश कुमार
नीतीश कुमार
author img

By

Published : Nov 12, 2021, 8:06 AM IST

पटनाः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने गुरुवार को मौलाना अबुल कलाम आजाद के जन्म दिन शिक्षा दिवस (Education Day) पर ऐलान किया है कि आने वाले समय में स्कूल के बच्चों को मौलाना अबुल कलाम आजाद (Maulana Abul Kalam Azad) के बारे में पढ़ाया जाएगा. ताकी नई पीढ़ी ये जान सके कि किस तरह संघर्ष के बाद उन्होंने सफलता हासिल की और उनका शिक्षा के क्षेत्र में क्या योगदान है.

ये भी पढ़ेंः बंद पड़े उद्योगों के लिए सरकार के पास नहीं है नीति, 19 लाख लोगों को रोजगार देने का सपना कैसे होगा पूरा?

सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि 2007 में उन्होंने मौलाना अबुल कलाम आजाद के जन्म दिन को शिक्षा दिवस के रूप में मनाने का फैसला लिया था. अब केंद्र सरकार भी 2008 से ही 11 नवंबर को शिक्षा दिवस मना रही है.

'हमलोगों ने तय किया है कि अपने बच्चों को मौलाना कलाम के किए गए काम और उनकी जीवनी के बारे में बताया जाएगा. उनके कार्यों को हमें याद रखना चाहिए और भावी पीढ़ी तक इसे पहुंचाना चाहिए. नई पीढ़ी को भी उनके योगदान से प्रेरणा लेनी चाहिए'- नीतीश कुमार, सीएम

दरअसल बिहार में हर साल देश के पहले शिक्षा मंत्री भारत रत्न मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती शिक्षा दिवस के रूप में मनाई जाती है. पिछले साल कोरोना के कारण शिक्षा दिवस समारोह का आयोजन नहीं हो पाया था. लेकिन इस साल कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के बाद आयोजन किया गया. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के अलावा उपमुख्यमंत्री तारकेश्वर प्रसाद और उपमुख्यमंत्री रेणु देवी भी मौजूद रहीं. कार्यक्रम की अध्यक्षता शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने की. शिक्षा विभाग के सभी अधिकारी इस कार्यक्रम में मौजूद रहे.

बता दें कि 11 नवंबर 1888 को स्वतंत्र भारत के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद का जन्म हुआ था. उन्होंने देश की आजादी और स्वतंत्र भारत में पहले शिक्षा मंत्री के तौर पर शिक्षा को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. भारत के मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने सितंबर 2008 में मौलाना अबुल कलाम आजाद के जन्मदिन को 'राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा दिवस' के रूप में मनाने की घोषणा की. इस दिन शिक्षणिक संस्थानों में कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं.

ये भी पढ़ें- RTI से खुलासा: MLC बन गए, लेकिन पूर्व MP का पेंशन अब भी ले रहे हैं NDA के चारों नेता

पटनाः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने गुरुवार को मौलाना अबुल कलाम आजाद के जन्म दिन शिक्षा दिवस (Education Day) पर ऐलान किया है कि आने वाले समय में स्कूल के बच्चों को मौलाना अबुल कलाम आजाद (Maulana Abul Kalam Azad) के बारे में पढ़ाया जाएगा. ताकी नई पीढ़ी ये जान सके कि किस तरह संघर्ष के बाद उन्होंने सफलता हासिल की और उनका शिक्षा के क्षेत्र में क्या योगदान है.

ये भी पढ़ेंः बंद पड़े उद्योगों के लिए सरकार के पास नहीं है नीति, 19 लाख लोगों को रोजगार देने का सपना कैसे होगा पूरा?

सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि 2007 में उन्होंने मौलाना अबुल कलाम आजाद के जन्म दिन को शिक्षा दिवस के रूप में मनाने का फैसला लिया था. अब केंद्र सरकार भी 2008 से ही 11 नवंबर को शिक्षा दिवस मना रही है.

'हमलोगों ने तय किया है कि अपने बच्चों को मौलाना कलाम के किए गए काम और उनकी जीवनी के बारे में बताया जाएगा. उनके कार्यों को हमें याद रखना चाहिए और भावी पीढ़ी तक इसे पहुंचाना चाहिए. नई पीढ़ी को भी उनके योगदान से प्रेरणा लेनी चाहिए'- नीतीश कुमार, सीएम

दरअसल बिहार में हर साल देश के पहले शिक्षा मंत्री भारत रत्न मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती शिक्षा दिवस के रूप में मनाई जाती है. पिछले साल कोरोना के कारण शिक्षा दिवस समारोह का आयोजन नहीं हो पाया था. लेकिन इस साल कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के बाद आयोजन किया गया. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के अलावा उपमुख्यमंत्री तारकेश्वर प्रसाद और उपमुख्यमंत्री रेणु देवी भी मौजूद रहीं. कार्यक्रम की अध्यक्षता शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने की. शिक्षा विभाग के सभी अधिकारी इस कार्यक्रम में मौजूद रहे.

बता दें कि 11 नवंबर 1888 को स्वतंत्र भारत के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद का जन्म हुआ था. उन्होंने देश की आजादी और स्वतंत्र भारत में पहले शिक्षा मंत्री के तौर पर शिक्षा को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. भारत के मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने सितंबर 2008 में मौलाना अबुल कलाम आजाद के जन्मदिन को 'राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा दिवस' के रूप में मनाने की घोषणा की. इस दिन शिक्षणिक संस्थानों में कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं.

ये भी पढ़ें- RTI से खुलासा: MLC बन गए, लेकिन पूर्व MP का पेंशन अब भी ले रहे हैं NDA के चारों नेता

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.