पटनाः कानून-व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए नीतीश सरकार ने बड़े पैमाने पर आईपीएस अधिकारियों का तबादला किया है. इसमें से एडीजी से लेकर एसपी रैंक के अधिकारी शामिल हैं. गृह विभाग ने 17 आईपीएस अधिकारियों के तबादले का आदेश जारी कर दिया है.
इन अधिकारियों को मिला ये कार्यभार:
एके अम्बेडकर को अपर पुलिस महानिदेशक (तकनीकी सेवा) बनाया गया है.बी श्रीनिवासन को एडीजी (एससीआरबी) बनाया गया है. जितेन्द्र कुमार को एडीजी मुख्यालय बनाया गया है. कुन्दन कृष्णन को एडीजी मुख्यालय से हटाकर एडीजी असैनिक सुरक्षा आयुक्त बनाया गया है.नैयर हसनैन खान को पुलिस महानिरीक्षक (मुख्यालय) बनाया गया है.
हरप्रीत कौर को बीएमपी 5 का कमांडेंट बनाया गया
वहीं, गणेश कुमार को आईजी मुजफ्फरपुर बनाया गया है. अरवल एसपी उमाशंकर प्रसाद को एसपी (एटीएस) बनाया गया गया है.विकास वर्मन को समस्तीपुर का एसपी बनाया गया है. हरप्रीत कौर को बीएमपी 5 का कमांडेंट बनाया गया है.राजेन्द्र कुमार भील को पुलिस बटालियन बगहा के कमांडेंट के पद पर भेजा गया है.
स्वपना जी मेश्राम को एसपी स्पेशल ब्रांच पटना
दूसरी तरफ, स्वपना जी मेश्राम को एसपी स्पेशल ब्रांच पटना बनाया गया है. कार्तिकेय के शर्मा को लखीसराय एसपी से हटाकर विशेष शाखा भेजा गया है.जितेन्द्र कुमार को पटना पूर्वी का एसपी बनाया गया है.सुशील कुमार को लखीसराय का एसपी बनाया गया है.अरविन्द कुमार गुप्ता को एसपी बांका के पद पर पदस्थापित किया गया है. राजीव रंजन- 1 को अरवल का एसपी बनाया गया है.राजीव रंजन- 2 को पुलिस अधीक्षक बगहा बनाया गया है.
बढ़ते क्राइम से कटघरे में नीतीश सरकार
बता दें कि बिहार में बढ़ते क्राइम ने नीतीश सरकार को ही कठघरे में खड़ा कर दिया है. सासाराम में चीनी व्यवसायी की दिनदहाड़े हत्या, मुजफ्फरपुर में आरजेडी के दो नेताओं पर ताबड़तोड़ फायरिंग, दरभंगा में 13 लाख लूटे, गोपालगंज में पेट्रोल पंप मालिक की हत्या, बेतिया में तीन लाख की लूट. इतना ही नहीं, 24 घंटे में आधा दर्जन से अधिक हत्या, घटनाएं ऐसी-ऐसी कि देह सिहर जाए.
2018 के आंकड़े
इसी के साथ हाल ही के दिनों में पटना, मुजफ्फरपुर, कटिहार, समस्तीपुर में लगातार अपराधिक घटनाएं बढ़ी है. आंकड़ों की बात करें तो बिहार पुलिस की वेबसाइट के अनुसार, सिर्फ 9 महीनों में ही संज्ञान लेने योग्य 197148 आपराधिक घटनाओं को राज्य में अंजाम दिया जा चुका है.