पटना: कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने बिहार में कहर मचा रखा है. कोरोना संक्रमण के चेन को तोड़ने के लिए 5 मई से लॉकडाउन भी लगाया गया है. दूसरे लहर में राजधानी पटना हॉटस्पॉट बना हुआ है तो मुख्यमंत्री आवास भी अछूता नहीं है.
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मुख्यमंत्री की बैठकों पर भी कोरोना का असर
मुख्यमंत्री के सचिव से लेकर कई अधिकारी और कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं. मुख्यमंत्री आवास के पीआर सेल में काम करने वाले एक पत्रकार की मौत भी हो चुकी है. बढ़ते कोरोना मामले के कारण मुख्यमंत्री की बैठकों पर भी असर दिख रहा है.
मुख्यमंत्री के सचिव से लेकर मुख्यमंत्री के सभी तीनों पीआरओ, मुख्यमंत्री के प्राइवेट सेक्रेट्री और मुख्यमंत्री आवास के पीआर सेल में काम करने वाले कैमरामैन रिपोर्टर सहित काफी संख्या में लोग पॉजिटिव हो चुके हैं. जानकारी के अनुसार, अधिकारी और कर्मचारियों के पॉजिटिव होने के साथ-साथ उनके परिवार के कई सदस्य भी कोरोना पॉजिटिव हैं. इसका असर भी दिखने लगा है. मुख्यमंत्री अब सभी बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से कर रहे हैं. मुख्यमंत्री आवास में केवल उनके दो प्रधान सचिव ही मौजूद रहते हैं.
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मुख्यमंत्री आवास में पॉजिटिव होने वाले कुछ प्रमुख अधिकारी और कर्मचारी
1. मुख्यमंत्री के सचिव.
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CM आवास में भी कोरोना
बीते साल भी मुख्यमंत्री के परिवार के सदस्य और कई सुरक्षाकर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे. लेकिन इस बार कोरोना का कुछ ज्यादा ही असर है. इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि कोरोना संक्रमण इस बार कुछ ज्यादा घातक है. बिहार में प्रतिदिन 1 लाख से अधिक जांच हो रहे हैं और उसमें से 12 हजार के करीब पॉजिटिव केस मिल रहे हैं. हालांकि, यह संख्या 15 हजार से अधिक पहुंच गया था लेकिन लॉकडाउन लगने के बाद इसमें कुछ कमी आई है.