पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोरोना संक्रमण के लगातर बढ़ रहे मामलों को देखते हुए उच्चस्तरीय बैठक की. बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए. इस दौरान आईजीआईएमएस को कोविड-19 अस्पताल बनाने का निर्देश दिया गया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों को कई निर्देश भी दिए.
बता दें कि मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोविड-19 से संबंधित उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक हुई.
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कई मुख्य बिंदुओं पर हुई चर्चा
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोविड-19 से संबंधित उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक हुई. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने राज्य में कोविड-19 की अद्यतन स्थिति की जानकारी प्रस्तुतीकरण के माध्यम से दी.
उन्होंने डेली टेस्ट पाॅजिटिविटी रेट, एक्टिव केसेज, प्रति 10 लाख की जनसंख्या पर जांच की संख्या, जिलावार एक्टिव केसेज, आरटीपीसीआर जांच एवं टीकाकरण के संबंध में भी विस्तृत जानकारी दी. साथ ही कोविड अस्पतालों में दवा एवं बेडों की उपलब्धता तथा ऑक्सीजन की उपलब्धता आदि के संबंध में भी जानकारी दी.
जिलों की वर्तमान स्थिति से हुए अवगत
सभी जिलों के जिलाधिकारियों ने अपने-अपने जिलों के संबंध में कोरोना संक्रमण की अद्यतन स्थिति एवं उससे निपटने के लिए किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी. जिलाधिकारियों एवं पुलिस अधीक्षकों ने भी अपने-अपने जिलों से फीडबैक मुख्यमंत्री को दी. बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि आज सभी जिलों के जिलाधिकारियों ने अपने जिले की वर्तमान स्थिति से अवगत कराया. साथ ही जरूरी सुझाव भी दिए हैं.
कोरोना के मामले प्रतिदिन बढ़ रहे हैं. आप सभी सक्रिय रहेंगे तो लोग नियंत्रित रहेंगे. मूवमेंट सीमित होगा और कोरोना का फैलाव कम से कम होगा. कल हमने भी पटना शहर में भीड़भाड़ की स्थिति, कोरोना प्रोटोकाॅल का पालन, लोगों को मास्क पहनना आदि को लेकर जायजा लिया था.
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राज्य सरकार करायेगी मुफ्त टीकाकरण
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना जांच की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ टीकाकरण की गति बढ़ाएं. 1 मई से 18 वर्ष से 44 वर्ष तक के लोगों का भी टीकाकरण कराया जाएगा. राज्य सरकार मुफ्त टीकाकरण कराएगी. टीकाकरण को लेकर पूरी तैयारी रखें. उन्होंने कहा कि बचे हुए पुलिसकर्मियों का टीकाकरण अवश्य कराएं.
उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमितों के इलाज में किसी प्रकार की कोई कोताही न हो, इस पर विषेष ध्यान दें. समस्या को कैसे कम किया जा सकता है, इस पर सकारात्मक रवैये के साथ काम करें. लोगों के बचाव के लिये पूरी तरह सतर्क रहें.
लोगों को करें जागरूक
मुख्यमंत्री ने कहा कि माइकिंग के द्वारा गांव-गांव तक कोरोना संक्रमण के प्रति लोगों को सतर्क और सजग करने के लिए निरंतर अभियान चलाएं. उन्हें अगल-बगल के गांव और मुहल्लों में कोरोना संक्रमितों की संख्या को बताएं. उसके फैलाव के बारे में लोगों को सचेत करें.
लोगों को बताएं कि आप अगर सतर्क और सजग रहेंगे तो संक्रमण का खतरा कम से कम होगा. सभी को यह समझाने की जरूरत है कि वे मास्क का जरूर प्रयोग करें. आपस में दूरी बनाकर रहें. हमेशा साबुन से हाथ धोते रहें, बेवजह घर से बाहर न निकलें.
पांच घंटे चली बैठक में दिए गए कई दिशा-निर्देश
- आईजीआईएमएस को कोविड डेडिकेटेड अस्पताल बनाने का निर्देश
- कोरोना संक्रमितों के इलाज में किसी प्रकार की कोई कोताही न हो.
- समस्या को कैसे कम किया जा सकता है, इस पर सकारात्मक रवैये के साथ काम करें.
- 1 मई से 18 वर्ष से 44 वर्ष के लोगों का भी टीकाकरण कराया जाएगा.
- राज्य सरकार मुफ्त टीकाकरण करायेगी. टीकाकरण को लेकर पूरी तैयारी रखें.
- आप सभी सक्रिय रहेंगे तो लोग नियंत्रित रहेंगे, मूवमेंट सीमित होगा और कोरोना का फैलाव कम से कम होगा.
- जिलों में इलाज की पूरी व्यवस्था रखें, अनुमंडल स्तर पर भी पूरी तैयारी रखें.
- माइकिंग द्वारा गांव-गांव तक कोरोना संक्रमण के प्रति लोगों को सतर्क और सजग करने के लिए निरंतर अभियान चलाएं.
- स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी सभी जिलों के डीएम से अलटरनेट डे के मुताबिक कोरोना की स्थिति का जायजा लेते रहें.
कई अधिकारी रहे उपस्थित
बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार उपस्थित थे. जबकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, उप मुख्यमंत्री रेणु देवी, शिक्षा मंत्री विजय कुमार चैधरी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, विकास आयुक्त आमिर सुबहानी, अपर मुख्य सचिव गृह चैतन्य प्रसाद, प्रधान सचिव वित्त एस. सिद्धार्थ, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत, सचिव सूचना एवं जन-सम्पर्क अनुपम कुमार मौजूद थे.
इनके साथ ही मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह सहित सभी विभागों के अपर मुख्य सचिव/प्रधान सचिव/सचिव सभी प्रमंडलीय आयुक्त/सभी जिला पदाधिकारी/सभी पुलिस महानिरीक्षक/सभी पुलिस उप महानिरीक्षक/सभी वरीय पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक जुड़े हुए थे.
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