पटना: एक तरफ सरकार साफ सफाई को लेकर लगातार स्वच्छता अभियान चला रही है. स्वच्छता अभियान के प्रचार- प्रसार पर लाखों रुपये खर्च कर रही है. वहीं दूसरी तस्वीर पटना गया रेलखंड की है. जहां करीब 10 स्टेशनों पर पिछले कई दिनों से सफाई कार्य बंद हो चुका है. तारेगना रेलवे स्टेशन (Taregna Railway Station) पर स्थिति सबसे खराब है.
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पटना-गया रेलखंड स्थित तारेगना रेलवे स्टेशन पर कई दिनों से गंदगी का अंबार लगा हुआ है. हर तरफ कूड़ा कचरा से प्लेटफॉर्म भरा पड़ा है. ऐसे में यात्रियों को उसी कूड़ा कचरा के बीच बैठना पड़ रहा है. यहीं हाल पटना से गया तक के सभी 10 स्टेशनों का है, जहां पिछले कई दिनों से सफाई कार्य बंद है. नतीजतन प्लेटफार्म के अलावा स्टेशन परिसर भी गंदगी से भर चुका है.यात्रियों को इन गंदगी के बीच रेल यात्री करनी पड़ रही है.
दानापुर रेल मंडल के पीजी सेक्शन के सफाई इंचार्ज एसपी श्रीवास्तव ने फोन पर बताया की फंडिंग के कारण सफाई कर्मचारियों को पैसा नहीं मिल रहा है. इसलिए कुछ दिनों से पीजी रेलखंड के 10 स्टेशनों पर सफाई बंद है. पैसा के लिए मुख्यालय को पत्र लिखा गया है. जल्द ही इस दिशा में पहल होगी.
बता दें कि पटना- गया रेलखंड के दस स्टेशनों पर इन दिनो गंदगी का अंबार लगा हुआ है. स्वच्छता अभियान के दावे को रेलखंड के प्लेटफार्म पर लगे कूड़े कचरे आइना दिखा रहे हैं. ऐसे में यात्रियों के बीच परेशानी बढ़ गई है. पटना गया रेलखंड के सफाई इंचार्ज एसपी श्रीवास्तव ने बताया की पैसा की फंडिंग को लेकर सफाई कार्य बंद है. वहीं, स्टेशन पर पसरे कचरे और गंदगी को देखकर अब स्थानीय लोगों में भी रेलवे के प्रति नाराजगी बढ़ने लगी है.
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