पटना: बिहार विधान परिषद (Bihar Legislative Council) में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी (Former CM Rabri Devi) और मंत्री अशोक चौधरी (Minister Ashok Choudhary) के बीच आज भी गरमा गरम बहस हुई. खुद को दलाल बताए जाने से नाराज मंत्री ने सदन का कार्यवाही शुरू होते ही राबड़ी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. वहीं, आरजेडी की ओर से एमएलसी सुनील सिंह ने भी मोर्चा संभाला. हालांकि इस दौरान सभापति लगातार दोनों पक्ष को शांत करने की कोशिश करते रहे लेकिन कोई कुछ सुनने को तैयार नहीं था.
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निशाने पर राबड़ी देवी: जेडीयू नेता और मंत्री अशोक चौधरी ने अपनी बात रखते हुए कहा कि किसी को गाली दीजिएगा और वो अपनी बात भी हाउस में नहीं रख सकता है. 15 मार्च को चर्चा के दौरान जब मैंने पीठासीन अधिकारी को कहा कि विधानसभा की बात विधान परिषद में नहीं उठाई जा सकती, तब आरजेडी विधान पार्षद सुनील सिंह (RJD MLC Sunil Singh) ने सभापति को वैसा करने से रोक दिया था. उन्होंने सदन को डिक्टेट करने की कोशिश की.
अशोक चौधरी-सुनील सिंह में बहसा-बहसी: सदन में सभापति के सामने अशोक चौधरी अपनी बात रख ही रहे थे कि आरजेडी एमएलसी सुनील सिंह ने टोकते हुए कहा कि आप लोग संख्या बल का धौंस दिखा रहे हैं. ऐसा करेंगे तो हमलोग सदन से बाहर चले जाएंगे. जिसके बाद गुस्साए अशोक चौधरी ने भी कहा, 'हां बिल्कुल राजनीति में संख्या का बल बहुत इंपोर्टेंट है. जाना है तो जाईये. हम यहां आपकी गाली सुनने के लिए नहीं बैठे हैं. लोकतंत्र में सत्ता और नंबर बहुत इंपोर्टेंट है.'
राबड़ी से उम्मीद करना बेकार: इससे पहले भी मीडिया से बात करते हुए अशोक चौधरी ने कहा था, 'राबड़ी देवी कभी स्कूल नहीं गईं, जो इस स्कूल में पढ़ा लिखा नहीं, मास्टर से कोई शिक्षा ली नहीं है, तो उनसे उम्मीद क्या की जा सकती है. राबड़ी देवी पूर्व मुख्यमंत्री रही हैं, विधान परिषद में नेता हैं लेकिन शब्दों का चयन जिस तरह से करती हैं, उससे लगता है कि राह चलते लोग जिस तरह से बात करते हैं. उसी तरह से बात कर रही हैं.'
मामले को आचार समिति देखेगी: मंत्री अशोक चौधरी पर आपत्तिजनक टिप्पणी किए जाने के मामले को अब परिषद की आचार समिति देखेगी. कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने उनकी शिकायत पर मामले को आचार समिति के पास भेज दिया है. बता दें कि बिहार विधान परिषद की आचार समिति सदन के सदस्यों के आचरण और उनके बर्ताव को लेकर नियमन तय करती है.
राबड़ी ने बताया था 'दलाल': दरअसल, राबड़ी देवी ने विधान परिषद में सवाल किया था कि आखिर बिहार विधान सभा के सदस्य विधान सभा में क्यों नहीं आ रहे हैं. राबड़ी देवी ने बीजेपी एमएलसी पर भी कटाक्ष किया था और कहा था कि आप लात-जूते खाकर भी सरकार में बने रहिए. राबड़ी देवी जब नीतीश कुमार द्वारा विधान सभा के अध्यक्ष को अपमानित करने की बात कहते हुए सवाल कर रही थीं तब नीतीश सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने राबड़ी देवी को बीच में ही टोक दिया था, इसी पर राबड़ी देवी गुस्से में आ गई और अशोक चौधरी को सत्ता का दलाल कह दिया था.
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