पटना: मकर सक्रांति के अवसर पर जदयू के पूर्व मंत्री जय कुमार सिंह के आवास पर चुड़ा दही भोज के बहाने बीजेपी और जदयू के नेताओं ने एकजुटता दिखाने की कोशिश की है. बीजेपी के कई दिग्गज नेता इस भोज में शामिल हुए. वहीं जय कुमार सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार आते तो कोरोना के नियम का उल्लंघन होता. इसलिए हम लोगों ने भी इसका पालन किया है.
जय कुमार सिंह ने कहा कि इस भोज के माध्यम से महागठबंधन को एक मैसेज दिया गया है. उन्होंने कहा कि महागठबंधन के नेता बिना तथ्यों की बात करेंगे तो उसका उपेंद्र यादव ने जिस प्रकार से जवाब दिया है आगे भी जवाब दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि वशिष्ठ नारायण सिंह के पटना आवास पर जब भोज होता था तो उसमें सभी लोग पहुंचते थे. लेकिन कोरोना के कारण इस बार एहतियात बरती गयी है. इसके बावजूद बीजेपी और जदयू के वरिष्ठ नेता पहुंचे हैं.
सीएम ने किया कोरोना नियम का पालन
जय कुमार सिंह ने कहा कि दिल्ली में वशिष्ठ नारायण सिंह द्वारा जब भोज होता था तो उसमें राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति भी शामिल होते थे. इसलिए इस भोज का खास महत्व है. वहीं मुख्यमंत्री को भोज में शामिल नहीं होने के सवाल पर जय कुमार सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार ने ही वशिष्ठ नारायण सिंह के आवास पर भोज आयोजन रद्द करने के लिए कहा था. ऐसे में यदि वो यहां आते तो कोरोना के नियम का उल्लंघन होता और हम लोग भी नहीं चाहते थे कि नियमों का उल्लंघन होता.
कई दिग्गज नेता हुए भोज में शामिल
वहीं भोज में एनडीए के दो प्रमुख सहयोगी हम के जीतन राम मांझी और वीआईपी के मुकेश सहनी नहीं दिखे. दोनों के पटना से बाहर होने की बात कही गई है. भोज में जदयू के कुछ बागी नेता मनजीत सिंह और रणविजय सिंह भी पहुंचे थे. वहीं पूर्व उप मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद सुशील मोदी, जदयू के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह, जदयू के पूर्व मंत्री संजय झा, जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी, विधायक नितिन नवीन विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा और विधान परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष अवधेश नारायण सिंह जैसे दिग्गज भोज में शामिल हुए.