मसौढ़ी : गिरजाघर में इस्टर पर्व पर विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया. जिसमें ईसाई समुदाय के लोगों ने विशेष प्रार्थना के बाद गरीबों को दान दिया. मान्यता है कि इस दिन प्रभु यीशु पुनर्जीवित हो गए थे और आत्मिक जीवन में उन्होंने अपने अनुयायियों को उपदेश दिया था.
इस्टर पर्व पर प्रभु यीशू की महिमा में स्तुति गीत गाकर कार्यक्रम की शुरुआत हुई. फादर प्रभुपाद ने लोगों को प्रभु यीशु के सात वाणियों के बारे में अवगत कराया. 40 दिन के उपवास के बाद इस्टर पर्व को प्रभु यीशु मसीह के पुनरुत्थान होने के रूप में खुशी मनायी जाती है.
ये भी पढ़ें- सरकारी स्कूल की बदहाली, जमीन पर बोरा बिछाकर पढ़ने को मजबूर हैं बच्चे
गुड फ्राइडे के तीसरे दिन ईसा मसीह पुनः जीवित हुए थे. आज मसौढ़ी के चर्च में सभी ईसाई धर्म से जुड़े लोगों ने ईस्टर संडे को मनाया है.