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बिहार बचाओ मार्च: LJPR का हंगामा से लेकर ..राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने तक की पूरी कहानी - एलजेपीआर कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज

लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने बिहार बचाओ मार्च (Bihar Bachao March in Patna) पर IT गोलंबर के पास पुलिस ने लाठीचार्ज किया. वहीं से चिराग पासवान और उनके साथ मौजूद पार्टी कार्यकर्ताओं को पुलिस हिरासत में लेकर सचिवालय थाने पहुंची. चिराग पासवान को छुड़ाने के लिए उनकी मां रीना पासवान ने बॉण्ड भरकर अपने साथ ले गईं. इसके बाद 5 नेताओं के साथ चिराग राजभवन पहुंचे और अपना ज्ञापन सौंपा.

बिहार बचाओ मार्च
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Published : Feb 15, 2022, 4:36 PM IST

Updated : Feb 15, 2022, 7:55 PM IST

पटना : बिहार में बिगड़ते लॉ एंड आर्डर के ज्वलंत मुद्दे के मद्देनजर चिराग पासवान के नेतृत्व में आज बिहार बचाओ मार्च निकाला गया. मार्च में हजारों की संख्या में नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे. कार्यकर्ता बैरिकेडिंग तोड़ते हुए हड़ताली मोड़ तक पहुंच गये. हालांकि रास्ते में कई जगह पर पुलिस द्वारा एलजेपीआर कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज भी किया गया, इसके बावजूद भी लोजपा नेता हार मानने को तैयार नहीं थे.

ये भी पढ़ें- बेटे चिराग पर नीतीश की पुलिस ने भांजी लाठी तो गुस्से में लाल हुईं मां रीना पासवान, बोलीं- जारी रहेगा संघर्ष


लोजपा कार्यकर्ताओं को पुलिस द्वारा कई जगह पर लाठीचार्ज, आंसू गैस और वाटर कैनन से रोकने का प्रयास किया गया. इसके बावजूद भी प्रतिबंधित क्षेत्र में घुसने के कारण चिराग पासवान समेत कई नेताओं को कानून के उल्लंघन करने के आरोप में सचिवालय थाना लाया गया. जहां पर उनकी मां भी पहुंची और उनसे बॉण्ड भरवाकर चिराग पासवान को छोड़ दिया गया. वहीं इस मामले में कोतवाली थाना ने लोक जनशक्ति पार्टी के 500 अज्ञात एवं प्रधानसचिव समेत 7 लोगों पर एफआईआर दर्ज करने की अनुशंसा की गई है.

हालांकि इस घटना पर चिराग पासवान की मां रीना पासवान (Chirag Paswan mother Reena Paswan) ने नाराजगी जतायी है. उन्होंने कहा कि वे लोग राज्यपाल को ज्ञापन देने जा रहे थे लेकिन बीच में लाठीचार्ज और पत्थर मारना ये गलत है. पुलिस को पहले बता देना चाहिए कि ये प्रतिबंधित क्षेत्र हैं.

जिसके बाद चिराग पासवान लोजपा के 5 नेताओं के साथ राजभवन पहुंचकर (Chirag reached Raj Bhavan) राज्यपाल की अनुपस्थिति में राज्यपाल के प्रतिनिधि को बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाने के लिए ज्ञापन सौंपा. जिसके बाद चिराग पासवान राजधानी पटना के शास्त्रीनगर अस्पताल पहुंचकर इस मार्च में घायल हुए कार्यकर्ताओं से भी उन्होंने मुलाकात किया.

"मेरी लड़ाई बिहार में राज करने की नहीं है, नाज करने की है. मुझे कोई सत्ता का सुख नहीं पाना, कोई मंत्री नहीं बनना. मैं किसी लालसा से सड़क पर नहीं उतर रहा हूं. बिहार में जो मौजूदा परिस्थिति बनी हुई है, छोटी छोटी बच्चियों से दुष्कर्म किया जाता है, जहरीली शराब से लोगों की मौत हो रही है, शिक्षक छात्रों पर लाठियां चल रही हैं. इन सबके खिलाफ हमारा प्रदर्शन है. मेरे पिता ने बेहतर बिहार बनाने का हमेशा प्रयास किया, उसी दिशा में मेरी कोशिश जारी रहेगी."- चिराग पासवान, राष्ट्रीय अध्यक्ष,लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास

बता दें कि बिहार में बढ़ते अपराध, शेल्टर होम से आ रहीं शिकायतें, किसान के साथ-साथ कई ऐसे अन्य मुद्दों को लेकर चिराग पासवान लगातार बिहार सरकार पर हमलावर रह रहे हैं. ऐसे में आज उन्होंने बिहार को बचाने के लिए बिहार बचाओ मार्च निकाला. हालांकि इस मार्च को रोकने के लिए पुलिस और जिला प्रशासन ने पूरी तैयारी कर रखी थी. प्रतिबंधित क्षेत्र में प्रदर्शन करने पर पुलिस ने सख्ती दिखाई. प्रदर्शन के दौरान लोजपा रामिवालस के कार्यकर्ता भी उग्र हुए थे. उन्होंने वाटर कैनन पर पथराव भी किया था.

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पटना : बिहार में बिगड़ते लॉ एंड आर्डर के ज्वलंत मुद्दे के मद्देनजर चिराग पासवान के नेतृत्व में आज बिहार बचाओ मार्च निकाला गया. मार्च में हजारों की संख्या में नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे. कार्यकर्ता बैरिकेडिंग तोड़ते हुए हड़ताली मोड़ तक पहुंच गये. हालांकि रास्ते में कई जगह पर पुलिस द्वारा एलजेपीआर कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज भी किया गया, इसके बावजूद भी लोजपा नेता हार मानने को तैयार नहीं थे.

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लोजपा कार्यकर्ताओं को पुलिस द्वारा कई जगह पर लाठीचार्ज, आंसू गैस और वाटर कैनन से रोकने का प्रयास किया गया. इसके बावजूद भी प्रतिबंधित क्षेत्र में घुसने के कारण चिराग पासवान समेत कई नेताओं को कानून के उल्लंघन करने के आरोप में सचिवालय थाना लाया गया. जहां पर उनकी मां भी पहुंची और उनसे बॉण्ड भरवाकर चिराग पासवान को छोड़ दिया गया. वहीं इस मामले में कोतवाली थाना ने लोक जनशक्ति पार्टी के 500 अज्ञात एवं प्रधानसचिव समेत 7 लोगों पर एफआईआर दर्ज करने की अनुशंसा की गई है.

हालांकि इस घटना पर चिराग पासवान की मां रीना पासवान (Chirag Paswan mother Reena Paswan) ने नाराजगी जतायी है. उन्होंने कहा कि वे लोग राज्यपाल को ज्ञापन देने जा रहे थे लेकिन बीच में लाठीचार्ज और पत्थर मारना ये गलत है. पुलिस को पहले बता देना चाहिए कि ये प्रतिबंधित क्षेत्र हैं.

जिसके बाद चिराग पासवान लोजपा के 5 नेताओं के साथ राजभवन पहुंचकर (Chirag reached Raj Bhavan) राज्यपाल की अनुपस्थिति में राज्यपाल के प्रतिनिधि को बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाने के लिए ज्ञापन सौंपा. जिसके बाद चिराग पासवान राजधानी पटना के शास्त्रीनगर अस्पताल पहुंचकर इस मार्च में घायल हुए कार्यकर्ताओं से भी उन्होंने मुलाकात किया.

"मेरी लड़ाई बिहार में राज करने की नहीं है, नाज करने की है. मुझे कोई सत्ता का सुख नहीं पाना, कोई मंत्री नहीं बनना. मैं किसी लालसा से सड़क पर नहीं उतर रहा हूं. बिहार में जो मौजूदा परिस्थिति बनी हुई है, छोटी छोटी बच्चियों से दुष्कर्म किया जाता है, जहरीली शराब से लोगों की मौत हो रही है, शिक्षक छात्रों पर लाठियां चल रही हैं. इन सबके खिलाफ हमारा प्रदर्शन है. मेरे पिता ने बेहतर बिहार बनाने का हमेशा प्रयास किया, उसी दिशा में मेरी कोशिश जारी रहेगी."- चिराग पासवान, राष्ट्रीय अध्यक्ष,लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास

बता दें कि बिहार में बढ़ते अपराध, शेल्टर होम से आ रहीं शिकायतें, किसान के साथ-साथ कई ऐसे अन्य मुद्दों को लेकर चिराग पासवान लगातार बिहार सरकार पर हमलावर रह रहे हैं. ऐसे में आज उन्होंने बिहार को बचाने के लिए बिहार बचाओ मार्च निकाला. हालांकि इस मार्च को रोकने के लिए पुलिस और जिला प्रशासन ने पूरी तैयारी कर रखी थी. प्रतिबंधित क्षेत्र में प्रदर्शन करने पर पुलिस ने सख्ती दिखाई. प्रदर्शन के दौरान लोजपा रामिवालस के कार्यकर्ता भी उग्र हुए थे. उन्होंने वाटर कैनन पर पथराव भी किया था.

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Last Updated : Feb 15, 2022, 7:55 PM IST
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