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सीएम नीतीश कुमार का पैर छूकर आशीर्वाद लेना चाहते हैं चिराग पासवान - पटना की खबर

चिराग पासवान नीतीश कुमार का पैर छूकर आशीर्वाद लेना चाहते हैं. उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि वे मुझसे बड़े हैं. मुझसे ज्यादा अनुभवी और योग्य हैं. इसलिए मेरी शिकायत उनसे रहती है. अनुभवी होने के बावजूद बिहार में विकास नहीं हुआ है. पढ़ें रिपोर्ट..

चिराग पासवान नीतीश कुमार
चिराग पासवान नीतीश कुमार
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Published : Apr 13, 2022, 8:46 PM IST

पटनाः चिराग पासवान सीएम नीतीश कुमार का पैर छूकर आशीर्वाद लेना चाहते हैं (Chirag Paswan Want to Take Blessing). चिराग ने कहा है कि वे उम्र और रुतबे में मुझसे बड़े हैं. इसलिए उनसे मेरी शिकायत है कि इतने अनुभवी और योग्य होने के बावजूद बिहार विकसित क्यों नहीं हो रहा है. एक इंटरव्यू के दौरान चिराग पासवान ने यह बातें कही. उन्होंने कहा कि बिहार के हर जिले में रामविलास पासवान की प्रतिमा लगाई जाए. इसमें राज्‍य सरकार सहयोग करे.

यह भी पढ़ें- बांका दुष्कर्म केस: बोले चिराग पासवान - 'CM नीतीश निर्दयी बन गए हैं..पीड़ित परिवार से मिलने का भी समय नहीं'

बिहार को बख्श देंः चिराग पासवान ने कहा कि वे उपराष्‍ट्रपति या राष्‍ट्रपति बनें लेकिन बिहार को बख्‍श दें. बिहार से उनका जाना बहुत जरूरी है. चिराग ने यह भी कहा कि चाचा (पशुपति पारस) से उनके व्‍यक्तिगत संबंध हैं. जिनकी गोद में खेला-बढ़ा, उसे कैसे भूल सकता हूं. कार्यशैली से भले विवाद हो लेकिन पर्सनल रिलेशन को प्रोफेशनल रिलेशन पर हावी नहीं होने देता. वे हमेशा चाचा तो रहेंगे ही. नीतीश जी का भी इसी तरह मैं सम्‍मान करता हूं.

खून के रिश्ते ने छोड़ा साथः बीजेपी से रिश्ते को लेकर भी चिराग पासवान ने खुलकर बात की. उन्होंने बताया कि कैसे कठिन परिस्थिति में खून के रिश्ते ने उनका साथ छोड़ दिया. उन्होंने कहा कि खून से ज्यादा मजबूत रिश्ता विचारों का होता है. जब खून ने कठिन परिस्थिति में साथ नहीं दिया तो ये वैचारिक साथ ही आपको आगे लेकर चलते हैं. खून ने विपरीत परिस्थितियों में साथ नहीं दिया. भाजपा नेताओं को इसलिए नहीं कोस सकता कि उन्‍होंने घर से बाहर निकलवा दिया. मैं पढ़ा-लिखा हूं, बंगला खाली तो करना ही था. लेकिन जिस तरीके को अपना कर बंगला खाली कराया गया, उससे पीड़ा हुई.

नली गली विकास की नींव नहींः चिराग पासवान ने कहा कि बिहार में आप सात निश्चय से विकास नहीं कर सकते हैं. नली गली बनाना किसी राज्य के विकास की नींव नहीं हो सकती है. ये तो पहले ही हो जाना चाहिए था. पिछले 16-17 साल आपने किया क्या. चिराग ने सीएम नीतीश को लेकर कहा कि आप महागठबंधन के साथ जाते हैं, तब मुख्यमंत्री बनते हैं. एनडीए के साथ जाते हैं, तब मुख्यमंत्री बनते हैं. प्रधानमंत्री का विरोध करते हैं, तो मुख्यमंत्री बनते हैं.

अस्तित्व बचाने में लगे हैं चिरागः जानकारी दें कि दिवंगत रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी यानि लोजपा में टूट के बाद उनके बेटे चिराग पासवान पार्टी का अस्तित्व बचाने में लगे हुए हैं. परिवार में ही विवाद के बाद लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष और सांसद चिराग पासवान को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है. विधानसभा चुनाव 2020 में चिराग पासवान ने जदयू के खिलाफ अभियान छेड़ दिया था. जिसके बाद चिराग पासवान और नीतीश कुमार के रिश्तों में काफी तल्खी आयी है.

कई बातों से नाराज हुए थे नीतीश कुमारः आपको बता दें कि नीतीश कुमार भी चिराग पासवान से खफा हैं. विधानसभा चुनाव से ही चिराग पासवान और नीतीश कुमार के बीच कोल्ड वार चल रहा है. नीतीश कुमार को कुछ बातों ने काफी नाराज किया था. विस चुनाव में लोजपा ने 135 उम्मीदवार उतारे, उसमें से 115 जदयू के खिलाफ उतारे थे. जिससे जदयू काफी कमजोर भी पड़ी थी. जदयू नेताओं का कहना था कि चिराग के कारण 36 सीटों का नुकसान पार्टी को हुआ था. इसके साथ ही चुनावी कैंपेन में चिराग पासवान ने खुद को पीएम मोदी का हनुमान बताया था. इससे भी नीतीश को नुकसान हुआ. चिराग पासवान ने कहा था कि लोजपा के सत्ता में आने के बाद नीतीश कुमार जेल में होंगे.

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पटनाः चिराग पासवान सीएम नीतीश कुमार का पैर छूकर आशीर्वाद लेना चाहते हैं (Chirag Paswan Want to Take Blessing). चिराग ने कहा है कि वे उम्र और रुतबे में मुझसे बड़े हैं. इसलिए उनसे मेरी शिकायत है कि इतने अनुभवी और योग्य होने के बावजूद बिहार विकसित क्यों नहीं हो रहा है. एक इंटरव्यू के दौरान चिराग पासवान ने यह बातें कही. उन्होंने कहा कि बिहार के हर जिले में रामविलास पासवान की प्रतिमा लगाई जाए. इसमें राज्‍य सरकार सहयोग करे.

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बिहार को बख्श देंः चिराग पासवान ने कहा कि वे उपराष्‍ट्रपति या राष्‍ट्रपति बनें लेकिन बिहार को बख्‍श दें. बिहार से उनका जाना बहुत जरूरी है. चिराग ने यह भी कहा कि चाचा (पशुपति पारस) से उनके व्‍यक्तिगत संबंध हैं. जिनकी गोद में खेला-बढ़ा, उसे कैसे भूल सकता हूं. कार्यशैली से भले विवाद हो लेकिन पर्सनल रिलेशन को प्रोफेशनल रिलेशन पर हावी नहीं होने देता. वे हमेशा चाचा तो रहेंगे ही. नीतीश जी का भी इसी तरह मैं सम्‍मान करता हूं.

खून के रिश्ते ने छोड़ा साथः बीजेपी से रिश्ते को लेकर भी चिराग पासवान ने खुलकर बात की. उन्होंने बताया कि कैसे कठिन परिस्थिति में खून के रिश्ते ने उनका साथ छोड़ दिया. उन्होंने कहा कि खून से ज्यादा मजबूत रिश्ता विचारों का होता है. जब खून ने कठिन परिस्थिति में साथ नहीं दिया तो ये वैचारिक साथ ही आपको आगे लेकर चलते हैं. खून ने विपरीत परिस्थितियों में साथ नहीं दिया. भाजपा नेताओं को इसलिए नहीं कोस सकता कि उन्‍होंने घर से बाहर निकलवा दिया. मैं पढ़ा-लिखा हूं, बंगला खाली तो करना ही था. लेकिन जिस तरीके को अपना कर बंगला खाली कराया गया, उससे पीड़ा हुई.

नली गली विकास की नींव नहींः चिराग पासवान ने कहा कि बिहार में आप सात निश्चय से विकास नहीं कर सकते हैं. नली गली बनाना किसी राज्य के विकास की नींव नहीं हो सकती है. ये तो पहले ही हो जाना चाहिए था. पिछले 16-17 साल आपने किया क्या. चिराग ने सीएम नीतीश को लेकर कहा कि आप महागठबंधन के साथ जाते हैं, तब मुख्यमंत्री बनते हैं. एनडीए के साथ जाते हैं, तब मुख्यमंत्री बनते हैं. प्रधानमंत्री का विरोध करते हैं, तो मुख्यमंत्री बनते हैं.

अस्तित्व बचाने में लगे हैं चिरागः जानकारी दें कि दिवंगत रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी यानि लोजपा में टूट के बाद उनके बेटे चिराग पासवान पार्टी का अस्तित्व बचाने में लगे हुए हैं. परिवार में ही विवाद के बाद लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष और सांसद चिराग पासवान को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है. विधानसभा चुनाव 2020 में चिराग पासवान ने जदयू के खिलाफ अभियान छेड़ दिया था. जिसके बाद चिराग पासवान और नीतीश कुमार के रिश्तों में काफी तल्खी आयी है.

कई बातों से नाराज हुए थे नीतीश कुमारः आपको बता दें कि नीतीश कुमार भी चिराग पासवान से खफा हैं. विधानसभा चुनाव से ही चिराग पासवान और नीतीश कुमार के बीच कोल्ड वार चल रहा है. नीतीश कुमार को कुछ बातों ने काफी नाराज किया था. विस चुनाव में लोजपा ने 135 उम्मीदवार उतारे, उसमें से 115 जदयू के खिलाफ उतारे थे. जिससे जदयू काफी कमजोर भी पड़ी थी. जदयू नेताओं का कहना था कि चिराग के कारण 36 सीटों का नुकसान पार्टी को हुआ था. इसके साथ ही चुनावी कैंपेन में चिराग पासवान ने खुद को पीएम मोदी का हनुमान बताया था. इससे भी नीतीश को नुकसान हुआ. चिराग पासवान ने कहा था कि लोजपा के सत्ता में आने के बाद नीतीश कुमार जेल में होंगे.

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