पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के लिए दो चरणों का मतदान समाप्त हो चुका है. तीसरे चरण की ज्यादा से ज्यादा सीटें अपने पक्ष में करने के लिए सभी पार्टियों के बड़े चेहरे लगातार धुआंधार प्रचार कर रहे हैं. इसी क्रम में मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब मधुबनी के हरलाखी विधानसभा क्षेत्र में पहुंचे, तो उन्हें विरोध का सामना करना पड़ा. नीतीश कुमार जब रैली को संबोधित कर रहे थे, इसी दौरान किसी ने उनपर प्याज और पत्थर का टुकड़ा फेंका गया.
इस घटना को लेकर उनके लोजपा अध्यक्षा चिराग पासवान ने भी अपनी नाराजगी जाहिर की है. चिराग ने कहा कि विरोध का यह तरीका निंदनीय, अलोकतांत्रिक और अवांछनीय है. उन्होंने कहा कि अगर किसी को विरोध करना ही है, तो वे ईवीएम में अपना मताधिकार कर प्रयोग कर विरोध जताए. हालांकि, लोजपा नेता ने यह भी कहा कि इस बार नीतीश कुमार किसी भी किमत पर सीएम नहीं बनेंगे. इस बार प्रदेश में लोजपा और बीजेपी गठबंधन की सरकार बनेगी.
'नीतीश के खिलाफ दिख रहा जनाक्रोश'
चिराग ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री को लेकर बिहार की जनता में आक्रोश साफ तौर पर दिख रहा है. उन्होंने कहा कि जब सीएम को लोगों के जनाक्रोश के बारे में पहले ही पचा लग गया था, तो उन्हें पहले ही कुछ सोचना चाहिए था. आखिर जनता इतनी आक्रोशित क्यों है.
बता दें कि तीसरे चरण के चुनाव प्रचार के लिए सीएम हरलाखी पहुंचे हुए थे. जब सीएम लोगों को संबोधित कर रहे थे. इसी दौरान मंच की ओर से किसी शख्स ने प्याज और पत्थर के टुकड़े फेंके. जिस पर नीतीश ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि और फेंको... और फेंको......
10 नवंबर को आएंगे परिणाम
गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव के लिए दो चरणों का मतदान हो चुका है. चुनावी जंग अब अंतिम पड़ाव की तरफ बढ़ चला है. तीसरे चरण का मतदान 7 नवंबर को होना है. बता दें कि इससे पहले 28 अक्टूबर को पहले चरण जबकि 3 नवंबर को दूसरे चरण की वोटिंग संपन्न हुआ. मतों की गिनती 10 नवंबर को होगी.
मतगणना के बाद एक तरफ जहां नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जेडीयू-भाजपा की राज्य सरकार के भविष्य का फैसला होना है. वहीं, राजद सुप्रीमों लालू यादव की पार्टी राजद और उनके दोनों बेटे का राजनीतिक भविष्य भी तय हो जाएगा. इसके अलावे पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. रामविलास पासवान के बेटे चिराग भी नीतीश कुमार के खिलाफ ताल ठोक रहें हैं. जबकि, रालोसपा नेता उपेंद्र कुशवाहा और जाप संरक्षक पप्पू यादव की पार्टी का वजूद भी 10 नवंबर के बाद तय हो जाएगा.