पटना: एलजेपीआर अध्यक्ष चिराग पासवान (Chirag Paswan On Population Control Law ) ने आज पार्टी कार्यालय में सदस्यता अभियान (LJPR Membership Campaign) की शुरुआत की. इस मौके पर चिराग पासवान ने कहा कि पूरे बिहार में 50 लाख से ज्यादा लोगों को अपने पार्टी से जोड़ने का लक्ष्य हम लोगों ने रखा है. लोजपा रामविलास चूंकि नई पार्टी है नया सिंबल मिला है, इसी को लेकर हम लोगों ने फिर से सदस्यता अभियान शुरू किया है. इस दौरान चिराग ने जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर भी प्रतिक्रिया दी और कहा कि मैं इस कानून का समर्थन करता हूं.
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एलजेपीआर का सदस्यता अभियान: चिराग पासवान ने कहा कि आज ही हम ने भी अपनी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की है. पुराने जो भी हमारे साथी हैं वह भी आजीवन सदस्य बन रहे हैं. जो लक्ष्य हमलोगों ने रखा है उसे पूरा करेंगे. उन्होंने कहा कि हम मध्यावधि चुनाव की भी तैयारी कर रहे हैं क्योंकि हम शुरू से ही कहते आए हैं कि बिहार में मध्यावधि चुनाव होना निश्चित है. सदस्यता अभियान के साथ हम लोग मध्यावधि चुनाव की तैयारी कर रहे हैं.
जनसंख्या नियंत्रण कानून पर चिराग ने कही ये बात: चिराग पासवान ने जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर भी अपनी प्रतिक्रिया दी और साफ-साफ कहा कि जनसंख्या नियंत्रण कानून जरूरी है. लेकिन उससे पहले लोगों को जागरूक करना जरूरी है. उन्होंने कहा कि लोग यह बात समझे की जनसंख्या बढ़ने से कहीं ना कहीं काफी दिक्कतें हो रही हैं. इसको लेकर सरकार को अभी से ही जागरूकता अभियान चलाना चाहिए.
"हमने बिहार में शराबबंदी लागू होने से पहले ही कह दिया था के लोगों को जागरूक कीजिए लेकिन वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कुछ नहीं किया. शराबबंदी कानून किस तरह से बिहार में फेल है यह सब जान रहे हैं. कानून कोई भी बने हमें ऐतराज नहीं है लेकिन जनसंख्या नियंत्रण कानून अगर बनता है तो उससे पहले लोगों के बीच जाकर जागरूकता अभियान चलाना भी जरूरी है."- चिराग पासवान, एलजेपीआर अध्यक्ष
'भारत में जनसंख्या नियंत्रण कानून जरूरी' : वहीं, बिहार में भाजपा के कई नेता लगातार जनसंख्या नियंत्रण कानून लाने की बात करते रहे हैं. केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह लगातार जनसंख्या नियंत्रण कानून लाने की मांग उठाते रहते हैं. उन्होंने कहा था कि जनसंख्या नियंत्रण कानून को राजनीतिक चश्मे से नहीं देखना चाहिए, बल्कि इसे देश के चश्मे से देखना चाहिए. ऐसे में चीन की तरह एक यहां भी कड़ा कानून बनना चाहिए.
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