पटना: लोजपा सुप्रीमो चिराग पासवान ने बिहार में एनडीए की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. चिराग पासवान लगातार सुशासन पर सवाल खड़े कर रहे हैं. कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए चिराग ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है. दरअसल, बिहार में कोरोना पॉजिटिव मरीज अस्पताल से गायब हो रहे हैं. इसको लेकर चिराग ने सरकार को पत्र लिखा है.
चिराग ने उठाया सुशासन पर सवाल
पिछले कुछ महीनों से लोजपा नेता चिराग पासवान बिहार सरकार के मुखिया नीतीश कुमार से नाराज चल रहे हैं. विधान परिषद कोटे से होने वाले मनोनयन को लेकर दोनों नेताओं के बीच रिश्तों में कड़वाहट आई है. चिराग पासवान बिहार सरकार पर हमलावर हैं. सत्तर घाट पुल को लेकर चिराग पासवान ने भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया था और अब कोरोना को लेकर सरकार को घेरा है.
वहीं चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि कोरोना पॉजिटिव मरीज अस्पताल से गायब हो रहे हैं और उनके परिजनों को डेड बॉडी तक नहीं दी जा रही हैं. इसकी वजह से मरीज के परिजन दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं.
जेडीयू नेताओं ने साधी चुप्पी
चिराग पासवान को लेकर जेडीयू असमंजस में है. पार्टी नेता चिराग पासवान पर सीधा हमला करने से बच रहे हैं. इन सबके बीच बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने स्पष्ट कर दिया है कि बीजेपी, लोजपा और जेडीयू साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी.
'गठबंधन में शामिल नेताओं को समझ कर करनी चाहिए बयानबाजी'
जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि जनता ने मन बना लिया है और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को भारी मतों के अंतर से विजयी बनाना है. गठबंधन में शामिल नेताओं को जनता के मिजाज को समझ कर ही बयानबाजी करनी चाहिए.
वहीं बीजेपी नेता नवल किशोर यादव ने कहा है कि पत्र लिखने में कोई बुराई नहीं है. यह एक स्वस्थ परंपरा है. कुछ अगर चिराग पासवान को खामियां देखती है, तो वह सांसद है. इस नाते पत्र लिखते हैं. इससे रिश्तों में कोई खटास आने की संभावना नहीं है.