पटना: राजधानी के श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन ने शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया. इस कार्यक्रम में 3000 से अधिक शिक्षकों को सम्मानित किया गया. साथ ही शिक्षकों ने डीएलएड को लेकर एनसीटीई की नई नीति का खुलकर विरोध किया. इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी रहे.
शिक्षक बच्चों को निष्ठा से पढ़ाते हैं
इस सम्मान समारोह में छपरा के सेंट्रल पब्लिक स्कूल को नए स्कूलों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए पुरस्कृत किया गया. जिसमें स्कूल के निदेशक हरेंद्र सिंह को सम्मानित किया गया. जिसके बाद हरेंद्र सिंह ने अपने स्कूल के सभी शिक्षकों के साथ फोटो खिंचवाई. साथ ही उन्होंने कहा कि एसोसिएशन के सहयोग से विद्यालय 25 साल पूरा करने वाला है. सभी शिक्षक बच्चों को सच्ची निष्ठा से पढ़ाते हैं. जिसके चलते उन्हें यह सम्मान मिला है. हरेंद्र सिंह ने यह भी कहा कि प्राइवेट स्कूल के बच्चे आज के समय में वैज्ञानिक क्षेत्र हों या फिर खेल के क्षेत्र सभी क्षेत्रों में आगे बढ़ रहे हैं.
शिक्षकों का बढ़ता मनोबल
शिक्षक सम्मान समारोह में सम्मानित हुए शिक्षक एसपी सिंह ने कहा कि इस प्रकार के समारोह से प्राइवेट स्कूल के शिक्षकों का मनोबल बढ़ता है. साथ ही उनमें काम करने का उत्साह भी बढ़ता है. इस तरह के आयोजन हर साल होते रहने चाहिए.
3000 से अधिक शिक्षक सम्मानित
वहीं प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष शमायल अहमद ने कहा कि एसोसिएशन इस बार 9वां शिक्षक सम्मान समारोह मना रहा है. इस दौरान 3000 से अधिक डायरेक्टर प्रिंसिपल और शिक्षकों को सम्मानित किया गया. साथ ही उन्होंने शिक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री से अपील भी की है कि यह जो डीएलएड को लेकर नया नियम एनसीटीई ने जारी किया है. उस पर पुनर्विचार करे. इस फैसले से लाखों शिक्षक ट्रेंड से अनट्रेंड हो गए हैं. शिक्षकों के इस मामले पर एसोसिएशन पूरी तरह गंभीर है.