पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बख्तियारपुर में घटित घटना (Attack on CM Nitish Kumar In Bakhtiyarpur) के बाद कहीं ना कहीं प्रशासक और प्रशासन दोनों सजग हो गई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हुए हमला प्रशासनिक चूक मानी जा रही है. इस घटना के बाद पटना के एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लों को गृह विभाग और डीजीपी ने जल्द से जल्द रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया है. वहीं, गृह विभाग और पुलिस मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने घटनास्थल पर जाकर घटना की बारीकी से छानबीन की है. साथ ही यह पता लगाने की कोशिश की है कि आखिर इस घटना में किस स्तर पर चूक हुई है.
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हालांकि, पुलिस मुख्यालय के विशेष सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सीएम सिक्योरिटी में तैनात एसएसजी (स्पेशल सिक्योरिटी ग्रुप) की दोनों लेयर और पुलिसकर्मियों की तैनाती के बावजूद कैसे कोई सो कॉल्ड विक्षिप्त व्यक्ति अंदर घुस कर मुख्यमंत्री पर हमला कर सकता है. इन सभी विषयों पर जांच रिपोर्ट मांगी गई है और डीजीपी ने अपने स्तर से भी जांच की है. इसके अलावा यह भी जानकारी मिल रही है कि वहां पर तैनात स्पेशल ब्रांच के अधिकारियों से भी पूछताछ की जा सकती है और एसएसजी के अधिकारियों को शोकॉज भी किया जा सकता है.
गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद (Chief Secretary Chaitanya Prasad), बिहार के डीजीपी संजीव कुमार सिंघल, जोनल आईजी राकेश राठी, पटना के एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो और ग्रामीण एसपी घटनास्थल पर जाकर जिस व्यक्ति ने इस घटना को अंजाम दिया है उसके परिजनों से मुलाकात कर उसकी स्थिति की भी जानकारी ली है. इसके साथ-साथ जिस स्थान पर घटना घटित हुई है वहां पर किस स्तर पर कौन से पुलिस पदाधिकारी और एसएसजी के कौन से अधिकारी मौजूद थे और कैसे यह घटना में चूक हुई है. इन सभी बातों की समीक्षा की गई है.
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