पटना: 'जनता के दरबार में मुख्यमंत्री' कार्यक्रम 5 साल बाद एक बार फिर शुरू हो रहा है. सोमवार से शुरू होने वाले कार्यक्रम की तैयारी पूरी हो गई है. मुख्यमंत्री सचिवालय में इस बार सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) लोगों की शिकायतें सुनेंगे. पहले दिन नीतीश करीब 200 लोगों की फरियाद सुनेंगे. सभी 200 लोगों का कोरोना टेस्ट (Corona Test) हो चुका है. उन्हें कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) भी दिया गया है.
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जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम 2016 में बंद हुआ था. अब 5 साल बाद यह फिर से शुरू हो रहा है. इस बार मुख्यमंत्री आवास की जगह मुख्यमंत्री सचिवालय में जनता दरबार लग रहा है. इसके लिए विशेष तौर पर हॉल का निर्माण किया गया है. कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के कारण इस बार खास एहतियात बरती जा रही है. शिकायत लेकर आने वाले सभी लोगों का कोरोना टेस्ट किया जा रहा है.
रिपोर्ट नेगेटिव आने पर ही कार्यक्रम में शामिल होने दिया जाएगा. कोरोना का टीका नहीं लगवाने वाले लोग अगर शिकायत लेकर आते हैं तो उन्हें पहले वैक्सीन लेना होगा. जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम की चर्चा के बाद काफी संख्या में लोग जानकारी लेने पहुंचने लगे हैं. खगड़िया से राजेश प्रसाद अपनी जमीन संबंधी समस्याओं को लेकर पहुंचे हैं. वह मुख्यमंत्री से मिलना चाहते हैं. जनता दरबार को लेकर पिछले कई दिनों से तैयारी चल रही है. रविवार को पुलिस प्रशासन के आला अधिकारियों ने जायजा लिया.
जनता दरबार में इस बार कोरोना गाइडलाइन का खास ध्यान रखा गया है. हॉल के अंदर सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए चेयर लगाए गए हैं. हॉल के बाहर मेडिकल टीम की भी व्यवस्था रहेगी. मुख्यमंत्री ने इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में जदयू की खराब परफॉर्मेंस के बाद फिर से जनता दरबार लगाने की घोषणा की थी. कोरोना महामारी के कारण जनता दरबार पहले शुरू नहीं हो पाया था. इसे http://cm.bihar.gov.in/live , https://www.facebook.com/iprdbihar , https://twitter.com/IPRD_Bihar और https://www.youtube.com/iprdbihar पर लाइव देखा जा सकता है.
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