पटनाः राजधानी में बुधवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार, स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह और पुलिस मुख्यालय से एडीजी जितेन्द्र कुमार ने मीडियाकर्मियों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी.
गहनता से कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग
सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के सचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कोरोना से उत्पन्न हालात के हर पहलू की लगातार समीक्षा कर रहे हैं. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि कोरोना संक्रमण के चेन को तोड़ने के लिए गहनता से कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की जाए.
संवेदनशीलता के साथ जरूरतमंदों की मदद
अनुपम कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को संवेदनशीलता के साथ जरुरतमंदों की हर संभव मदद करने का निर्देश दिया है. राज्य में पिछले 24 घंटे में 21 नए कोरोना पॉजिटिव मामले आए हैं. जिसके बाद यहां कुल पॉजिटिव मरीजों की संख्या 136 हो गई है. उन्होंने बताया कि राज्य में 199 आपदा राहत केन्द्र चलाए जा रहे हैं. जिसका लाभ 62 हजार 6 सौ 17 लोग उठा रहे हैं.
भोजन और चिकित्सीय सुविधा
सूचना जनसम्पर्क विभाग के सचिव ने कहा कि पंचायत स्तर पर स्थित 1013 क्वारेंटाइन सेंटर में 8 हजार 6 सौ 11 लोग आवासीत हैं. जिन्हें भोजन और चिकित्सीय सुविधा मुहैया कराई जा रही है. लॉकडाउन में अब तक बिहार के बाहर फंसे 18 लाख 74 हजार लोगों के आवेदन प्राप्त हुए हैं. जिनमें से 12 लाख 12 हजार आवेदकों के खाते में 1000 रूपये की राशि भेज दी गई है. उन्होंने बताया कि बिहार फाउंडेशन के जरिए बाहर फंसे लोगों के लिए 9 राज्यों के 12 शहरों में 55 राहत केन्द्र चलाए जा रहे हैं. जिससे 9 लाख 96 हजार 8 सौ 33 लोग लाभान्वित हो रहे हैं.
सख्ती से लॉकडाउन का पालन
एडीजी पुलिस मुख्यालय जितेन्द्र कुमार ने कहा कि लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराया जा रहा है और कोविड-19 से निपटने के लिए जरूरी उठाए जा रहे हैं. अवरोध पैदा करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटे में 42 एफआरआई दर्ज किए गए हैं और 77 गिरफ्तारियां हुई हैं. साथ ही 1983 वाहन जब्त किए गए हैं.
जिलों में चल रहा सर्वेक्षण
स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि 4 जिलों में चल रहे सर्वेक्षण में अब तक 59 लाख 26 हजार लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है. जिनमें 2 हजार 74 लोगों में बुखार, खांसी और सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण पाए गए हैं. उन्होंने बताया कि जांच के लिए 16 सौ का लोगों का सैंपल लिया गया है. वहीं 18 मार्च के बाद विदेश से आए लोगों का जांच अनिवार्य है. उन्होंने बताया कि विदेश से आए 3372 लोगों में से 2317 की जांच की जा चुकी है.