पटना: बिहार सरकार प्रदेश में बेहतरीन सड़क का दावा करती रही है. बिहार के किसी भी कोने से राजधानी पटना पांच घंटे में पहुंचा जा सकता है. क्योंकि बिहार में सभी सड़कों के हालात बेहतर हो गए हैं. लेकिन पटना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस संजय करोल ने पटना-गया सड़क की खस्ता हालत पर नाराजगी जताई है. वहीं, महाधिवक्ता ललित किशोर को तलब किया है.
पटना-गया मुख्य सड़क मार्ग को लेकर हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई थी. जिस पर सुनवाई के बाद रोड की वास्तविक स्थिति जानने के लिए सड़क मार्ग से गया का दौरा किया. इस दौरान सड़क इतनी खराब मिली कि उन्हें ट्रेन के जरिए वापस पटना लौटना पड़ा. पटना से गया तक सड़क की जर्जर हालात पर नाराजगी जाहिर की. हालांकि महाधिवक्ता ललित किशोर ने कहा है कि इस मामले में अधिकारियों से पूरी जानकारी लेंगे, जिसके बाद कोर्ट में अपना पक्ष रखेंगे.
जर्जर है पटना-गया सड़क मार्ग
गया बिहार के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है. जहां विदेशी सैलानी घूमने आते हैं. सड़क की जर्जर हालत को लेकर विपक्ष भी सरकार को लगातार घेरती आ रही है. बता दें कि पटना से गया तक पहुंचने के लिए लोगों को काफी जद्दोजहद करनी पड़ती है. जिसके कारण लोग सड़क मार्ग की जगह ज्यादातर ट्रेन का सहारा लेते हैं.
ये भी पढ़ेंः RJD-JDU में 2020 का पोस्टर वार: 'लालू-राबड़ी का 15 साल बनाम नीतीश कुमार का शासनकाल'
इससे पहले भी हाईकोर्ट के पूर्ववर्ती मुख्य न्यायाधीश भी गया तक की सड़कों को लेकर टिप्पणी कर चुके हैं. न्यायाधीश ने कहा था कि पटना से नालंदा तक की सड़क ठीक है, लेकिन गया पहुंचने के लिए सड़कें जर्जर है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जल जीवन हरियाली यात्रा में गया पहुंचे हैं. जहां, आज कैबिनेट की बैठक कर रहे हैं. पटना से सभी मंत्री इसी मार्ग से होकर गया पहुंच रहे हैं.