पटना: लोक आस्था के महापर्व छठ में अब कुछ ही दिन बचे हैं. इस पर्व में छठ व्रतियों को घाट पर किसी प्रकार की समस्या ना हो इस बात को लेकर पटना के कलश में स्थित समाहरणालय कक्ष में छठ पर्व को लेकर 'छठ पूजा पटना' के नाम का एक ऐप का शुभारंभ किया गया. इस मौके पर जिलाधिकारी कुमार रवि, ट्रैफिक एसपी डी अमरकेश और नगर निगम के अधिकारी मौजूद रहे.
'छठ पूजा पटना' के नाम से एक ऐप लॉन्च
एप लॉन्च करने के दौरान समाहरणालय कक्ष में मौजूद सभी पदाधिकारियों को सुरक्षा और व्यवस्था को लेकर कई दिशा-निर्देश दिए गए. जिलाधिकारी कुमार रवि ने बताया कि शनिनार को छठ व्रत को लेकर 'छठ पूजा पटना' के नाम से एक ऐप लॉन्च किया गया है. इस ऐप के माध्यम से छठ व्रती छठ घाटों पर मौजूद सुविधाओं के बारे में जानकारी ले सकेंगे. वहीं, उन्होंने कहा कि अगर घाटों तक पहुंचने वाले लोगों को किसी प्रकार की कोई समस्या आती है. तो ऐप में उनके घाट पर मौजूद अधिकारियों के नंबर भी मौजूद है. वह उन नंबरों पर संपर्क कर अपनी समस्या उन अधिकारियों को बता सकती हैं.
22 घाटों को खतरनाक किया गया घोषित
जिलाधिकारी कुमार रवि ने बताया कि इस बार के छठ पूजा में पटना जिला के कुल 22 घाटों को खतरनाक घोषित किया गया है. इन घाटों पर लाल रंग के कपड़ों से घेरकर निशान लगा दिया गया है. जिनमें बुद्धा घाट, अदालत घाट, मिश्री घाट, टी एन बनर्जी घाट, जजेज घाट, कुर्जी और पाटलिपुत्र घाट, एलसीटी घाट, बंसी घाट, अंटा घाट, सिपाही घाट, बीएन कॉलेज घाट, बांकीपुर घाट, और अन्य कई घाटों को इस बार खतरनाक घोषित किया गया है. यहां छठ व्रतियों को अर्घ देने की सख्त मनाही जिला प्रशासन की ओर से की गई है. इसके साथ ही घाटों पर बैरिकेडिंग के साथ-साथ सुरक्षा के दृष्टिकोण से लोहे की जाली लगाने के भी कार्य किए जा रहे हैं.
गंगा नदी में नाव के परिचालन पर लगाई गई रोक
जिलाधिकारी ने बताया कि पूजा समितियों के लोग इस बार जहां भी चाहेंगे वह अस्थाई तालाब का निर्माण जिला प्रशासन करवाएगा. इसके साथ ही कुमार रवि ने बताया कि छठ व्रत के समय गंगा नदी में नाव के परिचालन पर पूर्ण तरह से रोक लगाई गई है. छठ व्रतियों के लिए जिला प्रशासन पहले से ही घाटों के निर्माण और सौंदर्य करण में जुड़ा हुआ है.
घाटों पर SDRF और NDRF की टीम रहेगी मौजूद
कुमार रवि ने बताया कि ट्रैफिक को लेकर रोडमैप तैयार कर लिया गया है और इसको लेकर जेपी सेतु महात्मा गांधी सेतु और घाटों तक जाने वाले रास्तों का फाइनल स्वरूप दिया जा रहा है जल्द ही पूरा ट्राफिक रोड मैप तैयार करके आम लोगों को इसकी जानकारी दी जाएगी. कुमार ने बताया कि इस बार के पर्व में गंगा का जलस्तर काफी बढ़ा हुआ है. इसको देखते हुए गंगा नदी में एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम की उपलब्धता गंगा नदी में और व्यापक ढंग से की जाएगी. इसके साथ ही प्राइवेट नाव और गोताखोरों के साथ बैरीकैटिंग के आस-पास अर्घ दे रहे लोगों को सुरक्षा मुहैया करवाई जाएगी.