पटना: बिहार के छपरा में जहरीली शराब (Chhapra hooch tragedy) से कई लोगों की जान जा चुकी है. स्थानीय लोगों के अनुसार आंकड़ा कुछ और है जबकि सरकार अब तक 38 पर अटका हुआ है. इस बीच, बिहार में जहरीली शराब पीने की वजह से हुई मौत को लेकर राजनीतिक दलों का प्रदर्शन जारी है. दिल्ली में बिहार के बीजेपी सांसदों ने संसद में गांधी प्रतिमा के पास मारे गए लोगों को मुआवजे दिए जाने की मांग करते हुए प्रदर्शन (Bihar BJP MP protest demanding compensation) किया.
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बीजेपी सांसदों का विरोध प्रदर्शन : बीजेपी सांसद सुशील मोदी ने कहा कि, जहरीली शराब से जिनके घर के चिराग बुझे है उनके परिवार को मुआवजा देना राज्य सरकार की नैतिक जिम्मेदारी है. बीजेपी नेता ने कहा कि नीतीश कुमार बिहार में शराबबंदी लागू करने में विफल रहे हैं. बिहार में शराबबंदी की नीति पूरी तरह विफल रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में पुलिस और शराब माफिया के बीच सांठगांठ है.
छपरा जहरीली शराब कांड में मुआवजे की मांग : बीजेपी सांसद राम कृपाल यादव ने भी इसी तरह की राय व्यक्त करते हुए कहा, ‘नीतीश कुमार को नैतिक आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए. वह मुख्यमंत्री के रूप में विफल रहे हैं. संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेने वालों में बीजेपी सांसद विवेक ठाकुर, राधा मोहन सिंह, सुशील सिंह, अशोक यादव और गोपालजी ठाकुर शामिल थे.
छपरा शराब कांड में अब तक 73 की मौत: बिहार के छपरा में जहरीली शराब से 73 लोगों की मौत हो गई. हालांकि सरकारी आंकड़ा 38 है. इधर, बिहार विधानसभा में सीएम नीतीश कुमार ने कहा था कि शराब से मौत होने पर किसी को भी मुआवजा नहीं दिया जाएगा. नीतीश ने एक बार फिर कहा कि शराब पियोगे तो मरोगे. उन्होंने कहा कि हम राष्ट्रपिता बापू के दिखाए रास्ते पर चल रहे हैं. दूसरे राज्यों में जहरीली शराब पीने से मौत हो रही हैं. बीजेपी ने शराबबंदी का समर्थन किया था.