पटना: बिहार के सारण (Saran) जिले में महाराजगंज के बीजेपी सांसद जनार्दन सिग्रीवाल के सांसद निधि से 89 लाख रुपये की अवैध निकासी मामले का खुलासा कर किया गया है. इस मामले की जानकारी बीजेपी सांसद ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से दी थी. आर्थिक अपराध इकाई की ओर से 2 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की गई है.
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दरअसल महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल (Maharajganj MP Janardan Singh Sigriwal) के सांसद निधि के खाते से 4 नवंबर 2020 को दो क्लोन चेक के माध्यम से 47 लाख और 42 लाख रुपये की अवैध निकासी की गई थी. इस मामले में प्राथमिकी अभियुक्त वेद प्रकाश उपाध्याय, संदीप मांगीलाल कटोरिया और प्राथमिकी अभियुक्त गणेश विट्ठल और सरवन मल्या की जांच जारी है.
आर्थिक अपराध इकाई के माध्यम से छानबीन के दौरान पता चला कि इस सरगना का मास्टरमाइंड वेद प्रकाश उपाध्याय है. इसी के कहने पर ही घटना और अन्य अभियुक्तों ने फर्जीवाड़ा किया था. वहीं संदीप मांगीलाल कटोरिया महाराष्ट्र के अहमदनगर का रहने वाला है. इसी के खाते में पैसा ट्रांसफर किया गया था.
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आर्थिक अपराध इकाई के माध्यम से मिली जानकारी के अनुसार इस मामले की जांच तकनीकी तरीके से की गई. मामले में सम्मिलित साइबर क्रिमिनल को चिन्हित किया गया है. प्राथमिकी अभियुक्त विनय कुमार सिंह, पिता नवीन सिंह और माता पुष्पलता सिंह को 12 अप्रैल को झारखंड के शांति होटल (Shanti Hotels) से गिरफ्तार किया गया था. वहीं पूछताछ के आधार पर जगजीत सिंह को गिरफ्तार किया गया, जो कि झारखंड का ही रहने वाला है.
बता दें कि इस मामले में छानबीन के दौरान मोबाइल नंबर का सिम अवैध पाया गया था. उसके मोबाइल और कुछ दस्तावेज को भी जप्त किया गया है. दरअसल सांसद निधि से पैसे गायब होने के बाद जिला योजना पदाधिकारी बिधान चंद्र राय ने मामला दर्ज करवाया था. इस मामले में मांगीलाल कटोरिया और बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank Of Baroda) के ब्रांच मैनेजर को अभियुक्त बनाया गया था. मिल रही जानकारी के अनुसार विनय कुमार सिंह महाराष्ट्र के मरीन ड्राइव थाने में दर्ज एक मामले में जेल की सजा भी काट चुका है.