पटना: शनिवार को नहाए खाए के साथ चैती छठ महापर्व की शुरुआत हो गई है. इस महामारी के दौरान भी लोग अपने-अपने घरों में छठ महापर्व करते नजर आ रहे हैं. इस वर्ष कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर ज्यादा संख्या में लोग चैती छठ करते नजर नहीं आ रहे हैं. जिला प्रशासन ने भी गंगा घाटों पर छठ व्रतियों को जाने पर रोक लगा दी है.
छठ व्रतियों के लिए असुरक्षित है घाट
जिला प्रशासन ने कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए यह फैसला लिया है. इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए डीएम कुमार रवि ने बताया है कि इस वर्ष गंगा घाट की तैयारियां भी मुकम्मल तौर पर नहीं की गई है. घाट पूरी तरह से छठ व्रतियों के लिए असुरक्षित है और लोग छठ घाटों पर ना जाए, इसको लेकर घाटों पर पुलिसकर्मियों के साथ दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति कर दी गई है.
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चैती छठ पर पड़ रहा प्रभाव
बता दें कोरोनावायरस को लेकर पूरे देश में लॉक डाउन किया गया है. इस वर्ष होने वाले चैती छठ पर भी इसका प्रभाव देखा जा रहा है. छठ व्रती ने अपने-अपने घरों में ही इस व्रत की शुरुआत नहाए खाए से की है. जिला प्रशासन के आदेश के बाद अब छठ व्रती गंगा घाटों पर ना जाकर अपने घर पर ही छठ का अर्घ संपन्न करेंगे.