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पटना: केंद्रीय टीम ने धीमी जांच को लेकर उठाए सवाल, मुख्य सचिव को देनी पड़ी सफाई

संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने राज्य सरकार को जांच का दायरा बढ़ाने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि ज्यादा से ज्यादा लोगों की जांच और समय पर कोरोना रिपोर्ट को लेकर एक प्रॉपर व्यवस्था बनायी जाए.

केंद्रीय टीम
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Published : Jul 19, 2020, 9:48 PM IST

पटना: बिहार में बढ़ते कोरोना संक्रमण और स्थिति का जायजा लेने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की एक विशेष टीम रविवार को पटना पहुंची. केंद्रीय टीम ने राजधानी के कंटेनमेंट जोन का भी दौरा किया. जिसके बाद संयुक्त सचिव बिहार में कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव और धीमी जांच को लेकर कई सवाल उठाए.

संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने राज्य सरकार को जांच का दायरा बढ़ाने का सलाह दिया. उन्होंने कहा कि ज्यादा से ज्यादा लोगों की जांच और समय पर कोरोना रिपोर्ट को लेकर एक प्रॉपर व्यवस्था बनायी जाए. संयुक्त सचिव के साथ नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के निदेशक डॉ. सुजीत कुमार सिंह और एम्स दिल्ली के मेडिसीन विभाग के एसो. प्रोफेसर डॉ. नीरज निश्चल भी मौजूद रहे.

'मुख्य सचिव ने दी सफाई'
बता दें कि केंद्रीय टीम ने दोपहर 12 बजे पटना पहुंची थी. टीम लगभग 2 बजे स्वाथ्य मुख्यालय में विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर कोरोना संक्रमण को लेकर स्थिति और जांच पर सरकार के प्रतिनिधियों से बात की. बैठक के बाद संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने संक्रमण के बढ़ते मामले और जांच व्यावस्था को लेकर कई सवाल उठाए. जिसके बाद मुख्य सचिव दीपक कुमार ने केंद्रीय टीम को कोरोना की अद्यतन स्थिति से अवगत कराया.

ये भी पढ़ें- COVID 19 : बिहार में विस्‍फोटक हुए हालात, केन्द्रीय टीम ने लिया हालात का जायजा

मुख्य सचिव ने केंद्रीय टीम को बताया कि बिहार में लगातार जांच का दायरा बढ़ाया जा रहा है. हाल के दिनों में 10 हजार से ज्यादा कोरोना जांच भी की गई थी. इसके अलावे बिहार सरकार ने कोरोना जांच को लेकर अपनी रणनीति में भी बदलाव किया है. उन्होंने बताया कि अब बिहार में ऑन डिमांड कोरोना जांच की व्यवस्था को लेकर विचार की जा रही है.

दो घंटे तक अधिकारियों के साथ चली बैठक
स्वास्थ्य मंत्रालय की केंद्रीय टीम ने पटना में करीब दो घंटे तक अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव समेत विभाग के कई अफसर मौजूद रहें. केयर और यूनिसेफ संस्था के लोग भी बैठक में शामिल हुए. हालांकि, बैठक के बारे में टीम के किसी भी सदस्य ने मीडिया से बातचीत नहीं की. बैठक के बाद राजधानी के राजीव नगर इलाके का टीम ने दौरा किया. बताया जा रहा है कि केंद्रीय टीम गया भी जाएगी और फिर सोमवार को दिल्ली वापस लौटेगी. गया में टीम वहां कोविड-19 के लिए डेडिकेटेड अस्पताल के साथ अन्य अस्पतालों में जाकर कोरोना जांच और इलाज को लेकर किये गए उपाय की जानकारी लेगी.

स्वास्थ्य मंत्रालय की पैनी नजर
इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री और बक्सर के सांसद अश्विनी कुमार चौबे ने शुक्रवार को बताया था कि केंद्र एवं राज्य सरकारों ने मिलकर कोविड-19 के रोकथाम के लिए सभी महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं. बिहार के स्थिति पर स्वास्थ्य मंत्रालय की पैनी नजर है. चौबे ने कहा था कि मौजूदा स्थिति को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा एक उच्चस्तरीय टीम का गठन कर दिया गया है. यही टीम रविवार को बिहार पहुंची है.

पटना: बिहार में बढ़ते कोरोना संक्रमण और स्थिति का जायजा लेने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की एक विशेष टीम रविवार को पटना पहुंची. केंद्रीय टीम ने राजधानी के कंटेनमेंट जोन का भी दौरा किया. जिसके बाद संयुक्त सचिव बिहार में कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव और धीमी जांच को लेकर कई सवाल उठाए.

संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने राज्य सरकार को जांच का दायरा बढ़ाने का सलाह दिया. उन्होंने कहा कि ज्यादा से ज्यादा लोगों की जांच और समय पर कोरोना रिपोर्ट को लेकर एक प्रॉपर व्यवस्था बनायी जाए. संयुक्त सचिव के साथ नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के निदेशक डॉ. सुजीत कुमार सिंह और एम्स दिल्ली के मेडिसीन विभाग के एसो. प्रोफेसर डॉ. नीरज निश्चल भी मौजूद रहे.

'मुख्य सचिव ने दी सफाई'
बता दें कि केंद्रीय टीम ने दोपहर 12 बजे पटना पहुंची थी. टीम लगभग 2 बजे स्वाथ्य मुख्यालय में विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर कोरोना संक्रमण को लेकर स्थिति और जांच पर सरकार के प्रतिनिधियों से बात की. बैठक के बाद संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने संक्रमण के बढ़ते मामले और जांच व्यावस्था को लेकर कई सवाल उठाए. जिसके बाद मुख्य सचिव दीपक कुमार ने केंद्रीय टीम को कोरोना की अद्यतन स्थिति से अवगत कराया.

ये भी पढ़ें- COVID 19 : बिहार में विस्‍फोटक हुए हालात, केन्द्रीय टीम ने लिया हालात का जायजा

मुख्य सचिव ने केंद्रीय टीम को बताया कि बिहार में लगातार जांच का दायरा बढ़ाया जा रहा है. हाल के दिनों में 10 हजार से ज्यादा कोरोना जांच भी की गई थी. इसके अलावे बिहार सरकार ने कोरोना जांच को लेकर अपनी रणनीति में भी बदलाव किया है. उन्होंने बताया कि अब बिहार में ऑन डिमांड कोरोना जांच की व्यवस्था को लेकर विचार की जा रही है.

दो घंटे तक अधिकारियों के साथ चली बैठक
स्वास्थ्य मंत्रालय की केंद्रीय टीम ने पटना में करीब दो घंटे तक अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव समेत विभाग के कई अफसर मौजूद रहें. केयर और यूनिसेफ संस्था के लोग भी बैठक में शामिल हुए. हालांकि, बैठक के बारे में टीम के किसी भी सदस्य ने मीडिया से बातचीत नहीं की. बैठक के बाद राजधानी के राजीव नगर इलाके का टीम ने दौरा किया. बताया जा रहा है कि केंद्रीय टीम गया भी जाएगी और फिर सोमवार को दिल्ली वापस लौटेगी. गया में टीम वहां कोविड-19 के लिए डेडिकेटेड अस्पताल के साथ अन्य अस्पतालों में जाकर कोरोना जांच और इलाज को लेकर किये गए उपाय की जानकारी लेगी.

स्वास्थ्य मंत्रालय की पैनी नजर
इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री और बक्सर के सांसद अश्विनी कुमार चौबे ने शुक्रवार को बताया था कि केंद्र एवं राज्य सरकारों ने मिलकर कोविड-19 के रोकथाम के लिए सभी महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं. बिहार के स्थिति पर स्वास्थ्य मंत्रालय की पैनी नजर है. चौबे ने कहा था कि मौजूदा स्थिति को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा एक उच्चस्तरीय टीम का गठन कर दिया गया है. यही टीम रविवार को बिहार पहुंची है.

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