पटना: केंद्र सरकार (Central Government) के कृषि कानून को आज वापस (Withdrawal Of Agricultural Laws) लेने की घोषणा खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi ) ने की है. इसके बाद विपक्ष की खुशी देखते बन रही है. राजद प्रदेश कार्यालय (Patna RJD Office) में राजद के नेता और कार्यकर्ताओं ने जमकर ढोल नगाड़े बजाकर लड्डू बांटे. राजद कार्यकर्ता सड़क पर उतर कर आम लोगों को भी लड्डू खिलाते दिखे.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्तिक पूर्णिमा और गुरु नानक जयंती के मौके पर आज इस बात की घोषणा की है कि वह कुछ किसानों को कृषि कानून के फायदे समझाने में असमर्थ रहे, इसलिए तीनों केंद्रीय कृषि कानून वापस ले रहे हैं. ना सिर्फ किसान संगठन बल्कि विपक्ष की तमाम पार्टियां कृषि कानूनों के विरोध में पिछले एक साल से लगातार प्रदर्शन कर रही थी. राष्ट्रीय जनता दल के नेताओं ने इसे विपक्ष की जीत बताया है.
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"आज के दिन को हम विजय दिवस के रूप में मना रहे हैं. प्रधानमंत्री ने घोषणा कर दी है कि कृषि कानून वापस ले रहे हैं. हमारे लिए आज का दिन बहुत खास है."- आरजेडी कार्यकर्ता
राजद के नेता और कार्यकर्ताओं ने पार्टी के प्रदेश कार्यालय के सामने जमकर जश्न मनाया. इस दौरान पार्टी कार्यकर्ता ढोल नगाड़े के साथ नाचते दिखे. वीरचंद पटेल पथ पर सड़क पर आती जाती गाड़ियों में बैठे लोगों को कार्यकर्ताओं ने लड्डू खिलाए. इससे पहले राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी कृषि कानून वापस लेने को विपक्ष की जीत बताया है.
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"काला कानून वापस होने से हम सब बहुत खुश हैं. प्रधानमंत्री ने कह दिया है कि कृषि कानून वापस ले लिया गया है. राजद ने भी इसके खिलाफ सालों संघर्ष किया था, उसी का नतीजा है कि ये काला कानून वापस ले लिया गया है."- आरजेडी कार्यकर्ता
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि यह किसान की जीत है और देश की जीत है. यह पूंजीपतियों, उनके रखवालों, नीतीश और भाजपा सरकार के अहंकार की हार है. नेता प्रतिपक्ष ने यह भी कहा कि 26 नवंबर 2020 से किसान आंदोलनरत थे. बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों के तुरंत बाद किसान हित में राजद भी सड़क पर उतरा था. आखिरकार सत्य और किसानों की जीत हुई है.
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