पटना: बिहार सरकार ने गांधी जयंती के अवसर पर जातीय गणना का रिपोर्ट जारी कर दिया है. रिपोर्ट प्रकाशित होने के बाद से जदयू दफ्तर में जश्न का माहौल है. कार्यकर्ताओं ने गाजे-बाजे के साथ नृत्य कर एक दूसरे को गुलाल लगाकर बधाई दी. वहीं उत्साहित कार्यकर्ताओं ने कहा कि जाति आधारित गणना से न सिर्फ जातियों के बारे में पता चला है बल्कि सभी की आर्थिक स्थिति की जानकारी भी मिली है.
ये भी पढ़ें: Bihar Caste Census: जातिगत जनगणना का आंकड़ा जारी, 215 जातियों का डाटा किया गया पेश
जदयू कार्यालय में जश्न:जदयू के कार्यकर्ताओं ने जातिगत गणना के आंकड़े जारी होने पर खुशी जाहिर की. कार्यकर्ताओं ने कहा कि बीजेपी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोप लगाती थी कि आप जाति गणना करवा चुके हैं तो इसे सार्वजनिक क्यों नहीं करते है. आज नीतीश कुमार ने साबित कर दिया है कि जो वह कहते हैं उसे पूरा करते हैं.
हरेक वर्गों का हुआ जाति गणना : रिपोर्ट प्रकाशित होने के बाद जदयू नेताओं का उत्साह है. कार्यकर्ताओं ने कहा कि आज गांधी जयंती पर इस ऐतिहासिक क्षण के हम सब साक्षी बने हैं. बीजेपी की अनेकों साजिशों, कानूनी अड़चनों और तमाम षड्यंत्र के बावजूद आज बिहार सरकार ने जाति आधारित सर्वे को रिलीज किया. नीतीश कुमार ने हरेक वर्गों का जाति गणना किया. इससे सभी वर्गों में खुशी है.
दो चरणों में हुआ था जातीय जनगणनाः बता दें कि जातिगत जनगणना के पहले चरण में मकानों की सूचीकरण और इसकी गणना की गई थी. दूसरे चरण में परिवारों की संख्या और उनके रहन-सहन, आय आदि का आंकड़ा जुटाया गया था. हालांकि मामला कोर्ट में जाने के कारण दूसरा चरण का का काम 80 प्रतिशत ही पूरा हुआ था, लेकिन चुनाव से पहले आंकड़ा जारी करने का लक्ष्य था, जिसे विभाग ने पूरा किया है.
ये भी पढ़ें: Bihar Caste Census Data जारी होने पर लालू यादव खुश, बोले- '2024 में सरकार बनी तो पूरे देश में कराएंगे'