पटनाः बिहार के पटना में चोरों का एक नया कारनामा सामने आया है, जिससे पुलिस भी हैरान है. दरअसल राजधानी पटना में चोरों ने खुला हुआ ATM (breaking ATM in Patna) से कैश निकाल लिए. उसके बाद नई कार खीरीदी और बंगाल फरार हो गया. जब पुलिस को इसकी सूचना मिली तो छानबीन में जुट गई. पुलिस मामले में दो चोर को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. वहीं शनिवार को एक आरोपी को बंगाल के सोनागाछी से गिरफ्तार किया गया है.
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18 सितंबर की घटनाः दरसल 18 सितंबर को कंकड़बाग के पिसी कोलोनी स्थित यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम में घटना को अंजाम दिया गया था. ATM पहले से खुला हुआ था, चोरों ने ATM से सारा कैश लेकर फरार हो गए. जिसमें से एक चोर नई कार खरीद बंगाल फरार हो गया. इसी मामले में मुख्य आरोपी को रवि को बंगाल के सोनागाछी से गिरफ्तार कर लिया गया है. इस मामले की जानकारी सिटी एमपी पूर्वी प्रमोद कुमार ने दी.
दो को पहले ही किया गया गिरफ्तारः एसपी ने बताया कि मामले में संलिप्त अन्य दो आरोपियों को गिरफ्तार कर पहले ही जेल भेज दिया गया था. इस घटना के मुख्य आरोपी रवि को कोलकाता से गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तारी के बाद रवि ने बताया कि एटीएम से निकाले गए 11 लाख रुपए से नई कार खरीद ली है. उसे लेकर वह वेस्ट बंगाल के सोनागाछी पहुंच गया था. जहां चोरी के बचे पैसों से अय्याशी कर रहा था.
एटीएम में चिप लगाकर फ्रॉड करते हैंः सिटी एसपी प्रमोद कुमार ने कहा कि इस गिरोह में शामिल एटीएम में चिप लगाकर फ्रॉड करने का काम किया करते हैं. चोर जब एटीएम पहुंचे तो एटीएम का कैश बॉक्स खुला था. एटीएम के बगल से ही रवि और उसके अन्य साथियों ने मिलकर झोला खरीदा और एटीएम के कैश बॉक्स में रखें सभी रुपए को झोले में डाल चंपत हो गए थे. फिलहाल इस मामले में एटीएम में पैसे जमा करने वाले कर्मचारी रंजीत की भूमिका की जांच की जा रही है.
"कंकड़बाग में एक ATM से फर्जी तरीके से कैश निकाला गया था. इस मामले में दो आरोपी को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था. वहीं घटना का मुख्य आरोपी को बंगाल के सोनागाछी से गिरफ्तार किया गया है. साथ चोरी के पैसे से खरीदी गई कार को बरामद कर लिया गया है. मामले में पूछताछ कर आगे की कार्रवाई की जा रही है." - प्रमोद कुमार, सिटी एसपी, पूर्वी पटना