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युवाओं में हार्ट अटैक के बढ़ते मामले, मॉडर्न लाइफस्टाइल और जिम कल्चर बनी बड़ी वजह

Heart Attack In Youth का सबसे बड़ा कारण आधुनिक लाइफस्टाइल है. जिसमें खान पान से लेकर जिम कल्चर तक शामिल है. हाल ही में ऐसी खबरें सामने आई हैं. जिसमें ये बात निकलकर आई कि कई सेलिब्रिटी जिम में एक्सरसाइज के क्रम में कार्डियक अटैक के शिकार हुए. भाभीजी घर पर हैं फेम मलखान हो या फिर सौरव गांगुली और अब राजू श्रीवास्तव. इनके कार्डियक अटैक का प्रमुख कारण जिम में एक्सरसाइज करना रहा. जानें पटना के डॉक्टर्स की राय....

युवाओं में हार्ट अटैक
युवाओं में हार्ट अटैक
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Published : Aug 13, 2022, 7:52 AM IST

Updated : Aug 13, 2022, 2:40 PM IST

पटनाः बदलते परिवेश में युवाओं में अब हार्ट अटैक (Heart Attack Cases Increase In Youth) के मामले पहले से अधिक बढ़ गए हैं. कार्डियोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया के सीएडी रजिस्ट्री की मानें तो विगत 10 वर्षों में 20 से 40 वर्ष के उम्र के युवाओं में लगभग 40 फीसदी कार्डियक प्रॉब्लम के मामले बढ़े हैं. जिसमें हर्ट अटैक भी शामिल है. युवाओं में बढ़ती इस परेशानी को लेकर ईटीवी संवाददाता ने पटना एम्स के कार्डियोलॉजी विभाग के वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर संजीव कुमार (Cardiologist Doctor Sanjeev Kumar) और पीएमसीएच के ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉ उपेंद्र नारायण सिंह (Cardiologist Doctor Upendra Narayan Singh) से बातचीत की. जहां दोनों डॉक्टरों ने युवाओं में बढ़ रही इस बीमारी के कई कारण और लक्षण बताए.

ये भी पढ़ेंः हाई ब्लड प्रेशर है साइलेंट किलर.. शुगर, हार्ट अटैक और ब्रेन हेमरेज का है बड़ा कारण, ऐसे रहें स्वस्थ

20 से 40 साल के युवाओं में बढ़े हार्ट अटैक के मामलेः पटना एम्स के कार्डियोलॉजी विभाग के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ संजीव कुमार ने बताया कि कार्डियोलॉजी सोसाइटी ऑफ इंडिया की ओर से एक सीएडी रजिस्ट्री चलती है, कॉरिनरी आर्टरी डिजीज की रजिस्ट्री. इसके आंकड़ों को यदि देखें तो पता चलता है कि बीते 10 वर्षो में 20 से 40 वर्ष के बीच के युवाओं में कॉरिनरी आर्टरी डिजीज और हार्ट अटैक के मामले काफी बढ़े हैं जिसका कारण तनाव भरी जिंदगी है. उन्होंने कहा कि युवाओं में जो आगे बढ़ने की होड़ है उसको लेकर अत्यधिक तनाव में रहते हैं. खानपान में भी रेगुलेरिटी नहीं रहती है. फिजिकल और मेंटल स्ट्रेस के साथ-साथ कुछ फैक्टर एक्स जो आधुनिक लाइफस्टाइल में शामिल है उसके कारण आर्टरी डिजीज और हार्ट अटैक के मामले बढ़ रहे हैं. 20 से 40 वर्ष के युवाओं में बीते 10 वर्षों में लगभग 40 फीसदी हार्ट अटैक समेत अन्य कार्डियक प्रॉब्लम के मामले बढ़ गए हैं.


"इसकी प्रमुख वजह मॉडर्न लाइफस्टाइल है. मॉडर्न लाइफ स्टाइल में लोगों का अत्यधिक तनाव लेना, जिम कल्चर में जिम में जाकर बिना वार्म अप किए क्षमता से अधिक एक्सरसाइज करना जिम में बॉडी बनाने के लिए हेवी प्रोटीन डाइट लेना, एयर पोलूशन और स्मोकिंग हार्ट अटैक के बढ़ते मामलों के लिए प्रमुख कारण हैं.कोविड के बाद की बात करें तो पोस्ट कोविड सिंड्रोम में हार्ट अटैक के मामले बढ़े हैं. कोरोना एक थर्मोजेनिक डिजीज थी जिसमें खून की नालियों में थक्का जम जाता था और इस थक्का जमने के कारण यदि हृदय की धमनियों में थक्का जम जाए या हाथ पैर के धमनियों में थक्का बन जाए तो आदमी सुस्ती महसूस करने लगता है थकान बढ़ने लगती है और हार्ट अटैक भी आ सकते हैं. पोस्ट कोविड सिंड्रोम की बात करें तो 15% एम्स में ऐसे मामले मिले जिनके हृदय की धमनियों में खून का थक्का जम जा रहा था. हृदय से संबंधित अन्य शिकायतें भी बढ़ी"- डॉक्टर संजीव कुमार, हृदय रोग विशेषज्ञ पटना एम्स

शराब का सेवन, स्मोकिंग और जिम कल्चर है कारणः वहीं, पीएमसीएच के कार्डियोलॉजी विभाग के कंसलटेंट चिकित्सक डॉ उपेंद्र नारायण सिंह ने बताया कि उन्होंने पिछले 3 वर्षों में 500 हार्ट अटैक के मामलों का अध्ययन किया है, जिसमें पता चला है कि शहरी क्षेत्र के युवाओं में हार्ट अटैक के मामले बढ़े हैं. इसका प्रमुख कारण तनाव भरा जीवन, शराब का सेवन और स्मोकिंग है. 20 से 40 वर्ष के युवाओं में हार्ट अटैक के मामलों में लगभग 50 फीसदी बढ़ोतरी हुई है. जबकि 30 फ़ीसदी ऐसे भी हैं जिनका कोई कारण नहीं पता चल पाया जिसे फैक्टर एक्स कहते हैं, जिसमें अत्यधिक जीम, हाई प्रोटीन डाइट का सेवन इत्यादि शामिल हैं.

हार्ट अटैक से बचने के लिए क्या करें युवाः डॉ उपेंद्र नारायण सिंह बताते हैं कि हार्ट अटैक से बचने के लिए जरूरी है कि हेल्थी डाइट लें. खाने में साबुत अनाज अंकुरित अनाज हरी साग सब्जी का सेवन करें. दिन भर में 3 बार कोई ना कोई फल का सेवन जरूर करें. वॉकिंग करें, हल्का व्यायाम करें, कुछ समय योगा करें. जिम में जाएं तो पहले बॉडी को धीरे-धीरे वार्म अप करें और फिर शरीर की कैपेसिटी के अनुसार ही व्यायाम करें. जब शरीर लगे कि थक गया है तो जिम छोड़ दें. डॉक्टर्स का कहना है कि सॉफ्ट ड्रिंक का अत्यधिक सेवन और रेगुलर सेवन नहीं करना चाहिए, इसके साथ ही कैफीनेटेड ड्रिंक जैसे कि चाय कॉफी का अधिक सेवन नहीं करें. युवाओं स्मोकिंग बंद करना चाहिए, क्योंकि स्मोकिंग खून को गाढ़ा करता है जिससे धमनियों में खून का ब्लॉकेज बनता है.

हार्ट अटैक से बचने के लिए क्या ना करेंः डॉ उपेंद्र नारायण सिंह बताते हैं कि हार्ट अटैक से बचने के लिए जरूरी है कि फास्ट फूड का सेवन बंद करें, अत्यधिक कार्बोहाइड्रेट फैट और ट्रांस फैट युक्त भोजन ना करें, ट्रांस फैट हार्ट के लिए बेहद घातक होता है, जिम जाते हैं तो लिक्विड प्रोटीन सप्लीमेंट बिना चिकित्सीय निर्देशन के ना लें. जिम के सप्लीमेंट हृदय की चाल को काफी तेज कर देते हैं जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है. इसके अलावा जिम में जाते-जाते बिना बॉडी को वार्म अप किए तेज एक्सरसाइज शुरू कर देते हैं, ट्रेडमिल पर तेज दौड़ना शुरू कर देते हैं तो यह हृदय की गति को अचानक बहुत तेज कर देता है और हृदय बहुत तेजी से पंप करने लगता है जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है ऐसे में यह बिल्कुल ना करें. शरीर की क्षमता से अधिक एक्सरसाइज बिल्कुल नहीं करें.

इसे भी पढ़ें : सभी सविधाओं से लैस हैं पटना के कोरोना डेडिकेटेड हॉस्पिटल, मरीजों ने जताई खुशी

पटनाः बदलते परिवेश में युवाओं में अब हार्ट अटैक (Heart Attack Cases Increase In Youth) के मामले पहले से अधिक बढ़ गए हैं. कार्डियोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया के सीएडी रजिस्ट्री की मानें तो विगत 10 वर्षों में 20 से 40 वर्ष के उम्र के युवाओं में लगभग 40 फीसदी कार्डियक प्रॉब्लम के मामले बढ़े हैं. जिसमें हर्ट अटैक भी शामिल है. युवाओं में बढ़ती इस परेशानी को लेकर ईटीवी संवाददाता ने पटना एम्स के कार्डियोलॉजी विभाग के वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर संजीव कुमार (Cardiologist Doctor Sanjeev Kumar) और पीएमसीएच के ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉ उपेंद्र नारायण सिंह (Cardiologist Doctor Upendra Narayan Singh) से बातचीत की. जहां दोनों डॉक्टरों ने युवाओं में बढ़ रही इस बीमारी के कई कारण और लक्षण बताए.

ये भी पढ़ेंः हाई ब्लड प्रेशर है साइलेंट किलर.. शुगर, हार्ट अटैक और ब्रेन हेमरेज का है बड़ा कारण, ऐसे रहें स्वस्थ

20 से 40 साल के युवाओं में बढ़े हार्ट अटैक के मामलेः पटना एम्स के कार्डियोलॉजी विभाग के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ संजीव कुमार ने बताया कि कार्डियोलॉजी सोसाइटी ऑफ इंडिया की ओर से एक सीएडी रजिस्ट्री चलती है, कॉरिनरी आर्टरी डिजीज की रजिस्ट्री. इसके आंकड़ों को यदि देखें तो पता चलता है कि बीते 10 वर्षो में 20 से 40 वर्ष के बीच के युवाओं में कॉरिनरी आर्टरी डिजीज और हार्ट अटैक के मामले काफी बढ़े हैं जिसका कारण तनाव भरी जिंदगी है. उन्होंने कहा कि युवाओं में जो आगे बढ़ने की होड़ है उसको लेकर अत्यधिक तनाव में रहते हैं. खानपान में भी रेगुलेरिटी नहीं रहती है. फिजिकल और मेंटल स्ट्रेस के साथ-साथ कुछ फैक्टर एक्स जो आधुनिक लाइफस्टाइल में शामिल है उसके कारण आर्टरी डिजीज और हार्ट अटैक के मामले बढ़ रहे हैं. 20 से 40 वर्ष के युवाओं में बीते 10 वर्षों में लगभग 40 फीसदी हार्ट अटैक समेत अन्य कार्डियक प्रॉब्लम के मामले बढ़ गए हैं.


"इसकी प्रमुख वजह मॉडर्न लाइफस्टाइल है. मॉडर्न लाइफ स्टाइल में लोगों का अत्यधिक तनाव लेना, जिम कल्चर में जिम में जाकर बिना वार्म अप किए क्षमता से अधिक एक्सरसाइज करना जिम में बॉडी बनाने के लिए हेवी प्रोटीन डाइट लेना, एयर पोलूशन और स्मोकिंग हार्ट अटैक के बढ़ते मामलों के लिए प्रमुख कारण हैं.कोविड के बाद की बात करें तो पोस्ट कोविड सिंड्रोम में हार्ट अटैक के मामले बढ़े हैं. कोरोना एक थर्मोजेनिक डिजीज थी जिसमें खून की नालियों में थक्का जम जाता था और इस थक्का जमने के कारण यदि हृदय की धमनियों में थक्का जम जाए या हाथ पैर के धमनियों में थक्का बन जाए तो आदमी सुस्ती महसूस करने लगता है थकान बढ़ने लगती है और हार्ट अटैक भी आ सकते हैं. पोस्ट कोविड सिंड्रोम की बात करें तो 15% एम्स में ऐसे मामले मिले जिनके हृदय की धमनियों में खून का थक्का जम जा रहा था. हृदय से संबंधित अन्य शिकायतें भी बढ़ी"- डॉक्टर संजीव कुमार, हृदय रोग विशेषज्ञ पटना एम्स

शराब का सेवन, स्मोकिंग और जिम कल्चर है कारणः वहीं, पीएमसीएच के कार्डियोलॉजी विभाग के कंसलटेंट चिकित्सक डॉ उपेंद्र नारायण सिंह ने बताया कि उन्होंने पिछले 3 वर्षों में 500 हार्ट अटैक के मामलों का अध्ययन किया है, जिसमें पता चला है कि शहरी क्षेत्र के युवाओं में हार्ट अटैक के मामले बढ़े हैं. इसका प्रमुख कारण तनाव भरा जीवन, शराब का सेवन और स्मोकिंग है. 20 से 40 वर्ष के युवाओं में हार्ट अटैक के मामलों में लगभग 50 फीसदी बढ़ोतरी हुई है. जबकि 30 फ़ीसदी ऐसे भी हैं जिनका कोई कारण नहीं पता चल पाया जिसे फैक्टर एक्स कहते हैं, जिसमें अत्यधिक जीम, हाई प्रोटीन डाइट का सेवन इत्यादि शामिल हैं.

हार्ट अटैक से बचने के लिए क्या करें युवाः डॉ उपेंद्र नारायण सिंह बताते हैं कि हार्ट अटैक से बचने के लिए जरूरी है कि हेल्थी डाइट लें. खाने में साबुत अनाज अंकुरित अनाज हरी साग सब्जी का सेवन करें. दिन भर में 3 बार कोई ना कोई फल का सेवन जरूर करें. वॉकिंग करें, हल्का व्यायाम करें, कुछ समय योगा करें. जिम में जाएं तो पहले बॉडी को धीरे-धीरे वार्म अप करें और फिर शरीर की कैपेसिटी के अनुसार ही व्यायाम करें. जब शरीर लगे कि थक गया है तो जिम छोड़ दें. डॉक्टर्स का कहना है कि सॉफ्ट ड्रिंक का अत्यधिक सेवन और रेगुलर सेवन नहीं करना चाहिए, इसके साथ ही कैफीनेटेड ड्रिंक जैसे कि चाय कॉफी का अधिक सेवन नहीं करें. युवाओं स्मोकिंग बंद करना चाहिए, क्योंकि स्मोकिंग खून को गाढ़ा करता है जिससे धमनियों में खून का ब्लॉकेज बनता है.

हार्ट अटैक से बचने के लिए क्या ना करेंः डॉ उपेंद्र नारायण सिंह बताते हैं कि हार्ट अटैक से बचने के लिए जरूरी है कि फास्ट फूड का सेवन बंद करें, अत्यधिक कार्बोहाइड्रेट फैट और ट्रांस फैट युक्त भोजन ना करें, ट्रांस फैट हार्ट के लिए बेहद घातक होता है, जिम जाते हैं तो लिक्विड प्रोटीन सप्लीमेंट बिना चिकित्सीय निर्देशन के ना लें. जिम के सप्लीमेंट हृदय की चाल को काफी तेज कर देते हैं जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है. इसके अलावा जिम में जाते-जाते बिना बॉडी को वार्म अप किए तेज एक्सरसाइज शुरू कर देते हैं, ट्रेडमिल पर तेज दौड़ना शुरू कर देते हैं तो यह हृदय की गति को अचानक बहुत तेज कर देता है और हृदय बहुत तेजी से पंप करने लगता है जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है ऐसे में यह बिल्कुल ना करें. शरीर की क्षमता से अधिक एक्सरसाइज बिल्कुल नहीं करें.

इसे भी पढ़ें : सभी सविधाओं से लैस हैं पटना के कोरोना डेडिकेटेड हॉस्पिटल, मरीजों ने जताई खुशी

Last Updated : Aug 13, 2022, 2:40 PM IST
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