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सेना की तर्ज पर बिहार पुलिस कर्मियों को भी कैंटीन की सुविधा, शॉपिंग के लिए बनवाना होगा कार्ड - सेना की तर्ज पर बिहार पुलिस कर्मियों को भी कैंटीन की सुविधा

सेना की तर्ज पर राज्य के पुलिस कर्मियों के लिए सभी जिलों में कैंटीन (Canteen For Bihar Police) खोलने की तैयारी है. पटना स्थित बीएमपी 10 के कैंपस में कैंटीन की फैसिलिटी उपलब्ध करा दी गई है. बीएमपी 5 में मल्टी स्टोरेज कैंटीन बनाने का भी प्रस्ताव भेजा गया है. पढ़िए पूरी खबर..

Canteen For Bihar Police
Canteen For Bihar Police
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Published : Jan 27, 2022, 3:56 PM IST

पटना: सेना और अर्धसैनिक बल की तर्ज पर बिहार पुलिस के कर्मियों को भी कैंटीन की फैसिलिटी (Canteen facility to Bihar Police personnel in patna) अब मिल सकेगी. यहां दैनिक उपयोग से लेकर खाने-पीने की चीजें भी सस्ती दर पर उपलब्ध होगी. बिहार पुलिस के लगभग 94000 पुलिसकर्मी और अधिकारियों के अलावे रिटायर्ड पुलिस कर्मियों को भी इसका लाभ मिल पाएगा.

पढ़ें- बिहार पुलिस ने उठाया बड़ा कदम, अब IG करेंगे बड़ी आपराधिक घटनाओं की मॉनिटरिंग

दरअसल पुलिस कर्मियों के लिए पहली बार बिहार में साल 2012 में इसकी शुरुआत बीएमपी कैंपस में ही की गई थी. परंतु कुछ टेक्निकल कारणों से यह ज्यादा दिन नहीं चल पाया और इसे बंद करना पड़ा था. कैंटीन में तैनात कर्मी ने बताया कि, वैट की वजह से कैंटीन को बंद करना पड़ा था. हालांकि अब पूरे देश में जीएसटी लागू है जिस वजह से अब किसी भी तरह के समस्या नहीं उत्पन्न होगी.

बिहार पुलिस कर्मियों को भी कैंटीन की सुविधा

अब पुलिस कर्मियों को बाहर से जो सामान खरीदते थे वह कैंटीन में उपलब्ध हो पाएगा. उन्हें हर सामान पर अलग-अलग तरह की छूटे भी मिलेंगी. इलेक्ट्रॉनिक आइटम में जहां 40 से 50% की छूट है. वहीं ग्रॉसरी आइटम में 5 से10% की भी छूट है. शुरुआती दौर में राजधानी पटना स्थित बीएमपी 10 के कैंपस में बिहार पुलिस के कर्मियों के लिए कैंटीन की फैसिलिटी का उपलब्ध कराया गया है.

ये भी पढ़ें: विशेष राज्य के दर्जे पर फिर आमने सामने JDU-BJP, बोले ललन सिंह- 'हमारी मांग पार्टी से नहीं देश के प्रधानमंत्री से'

हालांकि जिलों और दूर-दराज में तैनात पुलिसकर्मियों को यहां आने में परेशानी हो सकती है. जिस वजह से सभी जिलों में भी कैंटीन खोलने को लेकर निर्णय लिया गया है. जिस का प्रस्ताव पुलिस मुख्यालय को भेजा गया है. जो कैंटीन बिहार पुलिस के लिए खोला गया है इसका मास्टर कैंटीन एसएसबी है. इस कैंटीन में एक परसेंट सर्विस चार्ज लगेगा. यह राशि पुलिस कल्याण कोष में जमा होगी.

दरअसल इस कैंटीन को इस बार पूरी तैयारी के साथ खोला गया है. उम्मीद जताई जा रही है कि, पूरे देश में एक जीएसटी लागू हो गया है जिस वजह से अब किसी तरह की समस्या नहीं आएगी. बीएमपी 10 की कमांडेंट हरप्रीत कौर ने बताया कि, बिहार पुलिस कर्मियों के लिए शुरू की गई कैंटीन की सुविधा में हर तरह की फैसिलिटी को ध्यान में रखकर की गई है. इस कैंटीन में फिलहाल घरेलू उपयोग से संबंधित कुछ सामग्री जूता, टीवी, फ्रिज, वाशिंग मशीन, किचन आइटम के साथ-साथ कई तरह के सामग्री जो डेली यूज़ में काम आता है उसे रखा गया है.

ये भी पढ़ें: संजय जायसवाल का बड़ा बयान, 'बिहार MLC चुनाव को लेकर NDA में बनी सहमति, भूपेंद्र यादव करेंगे घोषणा'

आईपीएस हरप्रीत कौर ने बताया है कि, जो कैंटीन अभी खोली गई है वह छोटी कैंटीन है. बीएमपी 5 में मल्टी स्टोरेज कैंटीन बनाने का भी प्रस्ताव भेजा गया है. इसके साथ-साथ जिलों में भी कैंटीन खोलने का प्रस्ताव भेजा गया है. कम से कम रेंज में भी कैंटीन जल्द से जल्द खोला जाएगा ताकि, वहां पर तैनात पुलिसकर्मियों को भी इसकी फेसिलिटी उपलब्ध हो सके.

आपको बता दें कि बिहार पुलिस कर्मियों के लिए खोले गए कैंटीन का फायदा अब बिहार पुलिस के कर्मी और उनके परिवार वालों ने उठाना शुरू कर दिया है. ईटीवी भारत के पड़ताल में पुलिस कर्मियों ने बताया कि, इस कैंटीन के खुलने से उन्हें सस्ती दरों पर केंद्र सरकार के कर्मियों की तरह ही सुविधा मुहैया हो पा रही है. हालांकि सब तरह के सामान और ब्रांड अभी मुहैया नहीं हो पाई है. जल्द ही उम्मीद है कि, सभी तरह के सामान कैंटीन में उपलब्ध रहेंगे.

बिहार में पूर्ण शराबबंदी है जिस वजह से यह ड्राई कैंटीन ही रहेगा. पहली बार 2012 में जब इसकी शुरुआत की गई थी तब पुलिस कर्मियों को अपना सिर्फ आईडी कार्ड दिखला कर ही सामान मुहैया हो पाता था. लेकिन इस बार पुलिसकर्मियों के लिए कैंटीन कार्ड भी बनाया जा रहा है, जिसके माध्यम से ही वह कैंटीन की फैसिलिटी ले पाएंगे. इसके साथ-साथ केंद्र के तर्ज पर ही पुलिसकर्मियों के लिमिटेशन पर भी ध्यान रखा गया है.

एक पुलिसकर्मी महीने में दिल्ली यूजर्स का समान ₹5000 तक ले सकता है और साल भर में 60 से 70000 तक के बड़े सामान जैसे इलेक्ट्रॉनिक या अन्य सामान भी ले सकता है. इसके पीछे का कारण यह है कि ऐसा ना हो कि एक ही व्यक्ति ज्यादा से ज्यादा सामान ले सके और दूसरे पुलिसकर्मी को इसका फायदा ना मिल सके. जो स्मार्ट कार्ड बनवाया जा रहा है उसमें बारकोड के माध्यम से जैसे ही कैंटीन मैनेजर क्लिक करेंगे, उस पुलिसकर्मी की सभी डिटेल्स स्क्रीन पर मौजूद रहेगी और लिमिटेड ही वह शॉपिंग कर सकेंगे.

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पटना: सेना और अर्धसैनिक बल की तर्ज पर बिहार पुलिस के कर्मियों को भी कैंटीन की फैसिलिटी (Canteen facility to Bihar Police personnel in patna) अब मिल सकेगी. यहां दैनिक उपयोग से लेकर खाने-पीने की चीजें भी सस्ती दर पर उपलब्ध होगी. बिहार पुलिस के लगभग 94000 पुलिसकर्मी और अधिकारियों के अलावे रिटायर्ड पुलिस कर्मियों को भी इसका लाभ मिल पाएगा.

पढ़ें- बिहार पुलिस ने उठाया बड़ा कदम, अब IG करेंगे बड़ी आपराधिक घटनाओं की मॉनिटरिंग

दरअसल पुलिस कर्मियों के लिए पहली बार बिहार में साल 2012 में इसकी शुरुआत बीएमपी कैंपस में ही की गई थी. परंतु कुछ टेक्निकल कारणों से यह ज्यादा दिन नहीं चल पाया और इसे बंद करना पड़ा था. कैंटीन में तैनात कर्मी ने बताया कि, वैट की वजह से कैंटीन को बंद करना पड़ा था. हालांकि अब पूरे देश में जीएसटी लागू है जिस वजह से अब किसी भी तरह के समस्या नहीं उत्पन्न होगी.

बिहार पुलिस कर्मियों को भी कैंटीन की सुविधा

अब पुलिस कर्मियों को बाहर से जो सामान खरीदते थे वह कैंटीन में उपलब्ध हो पाएगा. उन्हें हर सामान पर अलग-अलग तरह की छूटे भी मिलेंगी. इलेक्ट्रॉनिक आइटम में जहां 40 से 50% की छूट है. वहीं ग्रॉसरी आइटम में 5 से10% की भी छूट है. शुरुआती दौर में राजधानी पटना स्थित बीएमपी 10 के कैंपस में बिहार पुलिस के कर्मियों के लिए कैंटीन की फैसिलिटी का उपलब्ध कराया गया है.

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हालांकि जिलों और दूर-दराज में तैनात पुलिसकर्मियों को यहां आने में परेशानी हो सकती है. जिस वजह से सभी जिलों में भी कैंटीन खोलने को लेकर निर्णय लिया गया है. जिस का प्रस्ताव पुलिस मुख्यालय को भेजा गया है. जो कैंटीन बिहार पुलिस के लिए खोला गया है इसका मास्टर कैंटीन एसएसबी है. इस कैंटीन में एक परसेंट सर्विस चार्ज लगेगा. यह राशि पुलिस कल्याण कोष में जमा होगी.

दरअसल इस कैंटीन को इस बार पूरी तैयारी के साथ खोला गया है. उम्मीद जताई जा रही है कि, पूरे देश में एक जीएसटी लागू हो गया है जिस वजह से अब किसी तरह की समस्या नहीं आएगी. बीएमपी 10 की कमांडेंट हरप्रीत कौर ने बताया कि, बिहार पुलिस कर्मियों के लिए शुरू की गई कैंटीन की सुविधा में हर तरह की फैसिलिटी को ध्यान में रखकर की गई है. इस कैंटीन में फिलहाल घरेलू उपयोग से संबंधित कुछ सामग्री जूता, टीवी, फ्रिज, वाशिंग मशीन, किचन आइटम के साथ-साथ कई तरह के सामग्री जो डेली यूज़ में काम आता है उसे रखा गया है.

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आईपीएस हरप्रीत कौर ने बताया है कि, जो कैंटीन अभी खोली गई है वह छोटी कैंटीन है. बीएमपी 5 में मल्टी स्टोरेज कैंटीन बनाने का भी प्रस्ताव भेजा गया है. इसके साथ-साथ जिलों में भी कैंटीन खोलने का प्रस्ताव भेजा गया है. कम से कम रेंज में भी कैंटीन जल्द से जल्द खोला जाएगा ताकि, वहां पर तैनात पुलिसकर्मियों को भी इसकी फेसिलिटी उपलब्ध हो सके.

आपको बता दें कि बिहार पुलिस कर्मियों के लिए खोले गए कैंटीन का फायदा अब बिहार पुलिस के कर्मी और उनके परिवार वालों ने उठाना शुरू कर दिया है. ईटीवी भारत के पड़ताल में पुलिस कर्मियों ने बताया कि, इस कैंटीन के खुलने से उन्हें सस्ती दरों पर केंद्र सरकार के कर्मियों की तरह ही सुविधा मुहैया हो पा रही है. हालांकि सब तरह के सामान और ब्रांड अभी मुहैया नहीं हो पाई है. जल्द ही उम्मीद है कि, सभी तरह के सामान कैंटीन में उपलब्ध रहेंगे.

बिहार में पूर्ण शराबबंदी है जिस वजह से यह ड्राई कैंटीन ही रहेगा. पहली बार 2012 में जब इसकी शुरुआत की गई थी तब पुलिस कर्मियों को अपना सिर्फ आईडी कार्ड दिखला कर ही सामान मुहैया हो पाता था. लेकिन इस बार पुलिसकर्मियों के लिए कैंटीन कार्ड भी बनाया जा रहा है, जिसके माध्यम से ही वह कैंटीन की फैसिलिटी ले पाएंगे. इसके साथ-साथ केंद्र के तर्ज पर ही पुलिसकर्मियों के लिमिटेशन पर भी ध्यान रखा गया है.

एक पुलिसकर्मी महीने में दिल्ली यूजर्स का समान ₹5000 तक ले सकता है और साल भर में 60 से 70000 तक के बड़े सामान जैसे इलेक्ट्रॉनिक या अन्य सामान भी ले सकता है. इसके पीछे का कारण यह है कि ऐसा ना हो कि एक ही व्यक्ति ज्यादा से ज्यादा सामान ले सके और दूसरे पुलिसकर्मी को इसका फायदा ना मिल सके. जो स्मार्ट कार्ड बनवाया जा रहा है उसमें बारकोड के माध्यम से जैसे ही कैंटीन मैनेजर क्लिक करेंगे, उस पुलिसकर्मी की सभी डिटेल्स स्क्रीन पर मौजूद रहेगी और लिमिटेड ही वह शॉपिंग कर सकेंगे.

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