पटना: कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ने जीएसटी के कठोर प्रावधानों को समाप्त करने की मांग को लेकर 26 फरवरी को भारत बंद का आह्वान किया है. राजधानी पटना में कैट ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया. जिसमें कैट के बिहार अध्यक्ष अशोक कुमार वर्मा ने बताया कि हमने जीएसटी के खिलाफ भारत बंद करने का फैसला लिया है.
जीएसटी कानून के नीतियों के खिलाफ विरोध
कैट के बिहार अध्यक्ष अशोक कुमार वर्मा ने कहा कि हमारा सरकार से कोई नहीं है. लेकिन जीएसटी कानून के नीतियों के खिलाफ विरोध है. 4 साल पहले जीएसटी लागू किया तो हम लोगों ने इसकी प्रशंसा की थी. लेकिन आज के समय में यह पूरी तरीके से चौपट हो गयी है. करीब 950 बार संशोधन होने के बावजूद आज तक वह पूरी तरीके से सही नहीं हो सकी है. जिस कारण व्यावसायियों और उद्योगों को काफी समस्या होती है. किसी बड़े अफसर को भी जीएसटी भरने को कहा जाए तो उन्हें काफी समस्या होगी. ऐसे में छोटे दुकानदार और उद्यमियों को काफी समस्या होती है. उनकी कोई सहायता भी नहीं की जाती और उनसे फाइन भी लिया जाता है.
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सरकार जीएसटी प्रणाली को सरल बनाएं
अशोक कुमार वर्मा ने कहा कि इसलिए हमने फैसला लिया है कि आगामी 26 फरवरी को भारत बंद रहेगा. हमारे फैसले को देश के विभिन्न व्यापारी संगठनों का समर्थन भी मिल रहा है. हमारी सरकार से स्पष्ट मांग है कि सरकार जीएसटी प्रणाली को सरल बनाए ताकि साधारण व्यापारी भी आसानी से जीएसटी के प्रावधानों का पालन कर सकें.
उन्होंने बताया कि आगामी 16 फरवरी से 20 फरवरी तक देश भर में व्यापार संघ सभी राज्यों के मुख्यमंत्री, वित्त मंत्री, प्रमुख सचिव, जीएसटी आयुक्त और सभी जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपेंगे. 22 फरवरी को देशभर के बाजार में ट्रेडर्स मार्च निकाला जाएगा और 26 फरवरी को देश के सभी बाजार बंद रहेंगे. सभी राज्यों के अलग-अलग शहरों में विरोध और धरने का आयोजन किया जाएगा.