पटना: कोरोना के कारण पूरे देश में लॉक डाउन है. इस बीच बुधवार से नवरात्र शुरू हो गया है. एक तरफ जहां मंदिरों के दरवाजे बंद हैं तो वहीं दूसरी तरफ फलों के दुकानदार नवरात्र में ग्राहकों की बाट जोह रहे हैं. ऐसे में फल बेचने वालों में काफी मायूसी छाई है.
चैत्र नवरात्र में भी फलों के दुकान सूने पड़े हैं. दुकानदारों को ग्राहकों का इंतजार है. लेकिन, ग्राहक कोरोना वायरस के संक्रमण और लॉक डाउन के कारण घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं. बुधवार को पटना के कई इलाकों में फल और सब्जी की दुकानें खुली रही. वहीं, कुछ दवा दुकानें भी खुली नजर आई. ये सभी आवश्यक वस्तुओं की श्रेणी में आती हैं. यही वजह है कि लॉक डाउन होने के बावजूद इन तमाम वस्तुओं की खरीद बिक्री पर कोई रोक नहीं है.
पीएम ने की लॉक डाउन की घोषणा
बीते मंगलवार को 21 दिनों के लॉक डाउन की घोषणा के बाद लोगों में सामानों की खरीदारी के लिए कुछ भगदड़ मची थी. लेकिन, जब राज्य सरकार ने यह घोषणा की कि आवश्यक वस्तुओं की बिक्री पर कोई रोक नहीं होगी तब स्थिति सुधरी. अब हालत यह है कि फल दुकानदार ग्राहकों की बाट जोह रहे हैं. सामान्य तौर पर नवरात्र के समय फलों की जमकर बिक्री होती है. बड़ी संख्या में लोग नवरात्र के दौरान उपवास करते हैं और फलाहार करते हैं. लेकिन, इस बार कोरोना के संक्रमण ने फलों के बाजार पर भी ग्रहण लगा दिया है.
'बाजारों में नहीं होगी कोई कमी'
पटना के प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल ने कहा है कि लोगों को जल्दबाजी में सामानों की खरीदी नहीं करनी चाहिए. बाजार में किसी भी सामान की कोई कमी नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी सामान की कालाबाजारी नहीं हो इसके लिए पूरी व्यवस्था बनाई जा रही है. लगातार छापेमारी भी चल रही है. सामानों की उपलब्धता बनाए रखने सिस्टम डेवलप किया जा रहा है.