पटना: राजधानी के प्रसिद्ध महावीर मंदिर के दान पात्र में श्रद्धालु अपनी इच्छाशक्ति से रोजाना रुपये डालते हैं. इस दानपेटी को मंदिर परिसर की तरफ से एक निश्चित समय के बाद खोल भी जाता है. लेकिन इस बार जब इस दान पात्र को खोला गया तो इसमें से निकले ब्रिटिश कालीन सिक्के मे सभी को हैरत में डाल दिया है.
दानपात्र से मिले 30 ब्रिटिश कालीन सिक्के
दरअसल, महावीर मंदिर के दान पेटी से 1818 के बने ब्रिटिश कालीन सिक्के मिले है. जिनके एक तरफ ईस्ट इंडिया कंपनी लिखा हुआ है तो दूसरी तरफ राम दरबार का चित्र है. जिसमें भगवान श्री राम, लक्ष्मण, सीता और हनुमान की तस्वीर बनी हुई है. दानपात्र से ऐसे करीब 30 सिक्के मिले हैं.
क्या है इन सिक्कों का मूल्य
इन सिक्कों पर एक आना अंकित है. यानी मिले सिक्कों का मूल्य उस दौर का है, जब रुपये का दशमलवीकरण नहीं हुआ था. उस वक्त 11.66 ग्राम के वजन वाले रुपये के सिक्के को 16 आने या 64 पैसे या फिर 192 पाई में बांटा जाता था. साल 1957 में रुपये का दशमलवीकरण हो गया और एक रुपया 100 पैसे का हो गया.
मंदिर में ही रखे जाएंगे सिक्के
महावीर मंदिर समिति के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने बताया है कि इन सिक्कों का पुरातात्विक जांच कराई जाएगी. इसे बैंक में न जमा कर श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ के लिए रखा जाएगा. उन्होंने बताया कि अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार को देखें इन सिक्कों की कीमत करोड़ों में है. किशोर कुणाल ने कहा कि बेहद पुरातन महत्व और धार्मिक महोत्व के अमूल्य धरोहर सिक्कों को मंदिर प्रांगण में ही रखने का निर्णय लिया गया है, क्योंकि सिक्कों पर भगवान राम माता सीता और लक्ष्मण जी अलंकृत हैं.