पटना: बिहार में दारोगा भर्ती परीक्षा संपन्न हो गई. परीक्षा को लेकर सुरक्षा और निगरानी के पुख्ता इंतजाम किए गए थे. बीपीएसएससी मुख्यालय में बनाए गए कमांड एंड कंट्रोल केंद्र में एआई तकनीक से लैस कैमरा से सभी परीक्षा केंद्रों की निगरानी की गई. आयोग के अध्यक्ष केएस द्विवेदी के चेंबर में लगे स्क्रीन पर भी विभिन्न जिलों में चल रही परीक्षा का लाइव टेलीकास्ट किया गया.
परीक्षा की निगरानी में एआई तकनीक का इस्तेमाल : दारोगा भर्ती परीक्षा के दौरान जहां भी शिक्षक सही से काम करते नहीं दिखे या कोई छात्र आगे पीछे घूमता नजर आया, फौरन उस एग्जामिनेशन केंद्र के सुपरिंटेंडेंट को आयोग से फोन गया और तुरंत उस पर सुधार हुआ. कमांड एंड कंट्रोल रूम से निगरानी की जिम्मेदारी इनोवेटिव नाम की एजेंसी को दी गई थी. एजेंसी के अधिकारी उदित कुमार ने बताया कि दर्जनों की संख्या में स्टाफ थे और हर स्टाफ को स्क्रीन पर तीन जिले की मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी दी गई थी.
"जहां भी कोई परीक्षार्थी हिले नजर आ रहा थे या वीक्षक अपने काम में सुस्त दिख रहे थे, तुरंत यहां मौजूद अधिकारी को बताया जा रहा था. पूरे कमांड कंट्रोल सेंटर की निगरानी आयोग के बढ़िया पदाधिकारी कर रहे हैं और उन्हें सूचना देते ही वह फौरन उसे जिला के प्रशासन और केंद्राधीक्षक से संपर्क कर उस पर कार्रवाई हो रही थी. सभी सीसीटीवी कैमरा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस थे और परीक्षा काफी शांतिपूर्ण चलती नजर आई."- उदित कुमार, अधिकारी, इनोवेटिव
शांतिपूर्ण संपन्न हुई परीक्षा : बीपीएसएससी के अध्यक्ष के एस द्विवेदी ने बताया कि सब इंस्पेक्टर के 1275 पदों के लिए दो पाली में परीक्षा शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई है. इसके लिए सभी जिलों के जिला प्रशासन के लोग और परीक्षा कार्य में लगे तमाम कर्मचारी और अधिकारी धन्यवाद के पात्र हैं. सुबह की पाली में गहन जांच के बाद बच्चों को परीक्षा केंद्र में जाने दिया गया. पहली शिफ्ट की परीक्षा के बाद जो उनके पास रिपोर्ट आई है, केवल तीन अभ्यर्थी ऐसे हैं जिन्होंने ओएमआर की कार्बन कॉपी जमा नहीं की और उसे घर ले गए हैं.
"परीक्षा के दौरान कहीं से किसी प्रकार की कोई घटना सामने नहीं आई है. सिर्फ अरवल जिला में दो और हाजीपुर में एक अभ्यर्थी को नकल करते हुए पकड़ा गया है. इन तीनों अभ्यर्थियों को निष्कासित किया गया है. मैं छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना भी करता हूं. उन्होंने भी काफी सहयोग किया है. सभी सेंटर पर जैमर, बायोमेट्रिक, फिंगरप्रिंट्स, फोटोग्राफी, सीसीटीवी निगरानी की गई है. केंद्र पर लगे सभी कर्मियों के एक्टिविटीज पर नज़र रखी गई है. इस पूरे परीक्षा में अब तक क्वेश्चन पेपर वायरल होने की सूचना नहीं मिली है जो इस परीक्षा के सफलता को साबित करता है."- केएस द्विवेदी, अध्यक्ष, बीपीएसएससी
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