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BPSC Exam: अभ्यर्थियों को कम नंबर देने पर बोर्ड को देना होगा स्पष्टीकरण, आयोग ने लिया फैसला - बीपीएससी की परीक्षा

बीपीएससी परीक्षा में अभ्यर्थियों को कम नंबर आते हैं तो इसको लेकर बोर्ड मेंबर को स्पष्टीकरण देना होगा. आयोग ने इसको लेकर निर्णय लिया है. आयोग ने जानकारी दी है कि लिखित परीक्षा में अच्छे नंबर हैं और इंटरव्यू में कम आए तो इसको लेकर स्पष्टीकरण देना होगा कि कम नंबर क्यों आया. सीएम नीतीश कुमार ने बीपीएससी की स्थापना दिवस पर अधिकारियों से इसको लेकर अपील की थी. पढ़ें पूरी खबर...

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Published : Apr 3, 2023, 7:14 PM IST

अतुल प्रसाद, अध्यक्ष, BPSC

पटनाः बिहार प्रशासनिक सेवा (Bihar Administrative Service) अब अभ्यर्थियों के लिए नया नियम लाने जा रहा है. बीपीएससी की परीक्षा में जो भी अभ्यर्थी फेल करेंगे, इसका बोर्ड को स्पष्टीकरण देना होगा. बोर्ड आयोग को इसके बारे में जानकारी देगी कि आखिर अभ्यर्थी कैसे फेल कर गए. बीपीएससी अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने इसकी जानकारी दी. अतुल प्रसाद ने निर्णय लिया है कि यदि कोई लिखित में अच्छे अंक से उत्तीर्ण होता है और इंटरव्यू में फेल हो जाता है तो इंटरव्यू बोर्ड इसका स्पष्टीकरण आयोग को देगा. यदि कोई लिखित परीक्षा में मुश्किल से पास हुआ है और इंटरव्यू में टॉप कर जाता है तो इस मामले में भी इंटरव्यू बोर्ड एक्सप्लानेशन देगा.

यह भी पढ़ेंः BPSC 75th Anniversary: आयोग में सदस्य के खाली पद पर CM ने जतायी चिंता, 5 दिनों में भरने का निर्देश

नंबर क्यों कम आया, देना होगा जवाबः इंटरव्यू बोर्ड को कम और अधिक नंबर देने का दबाव नहीं डाला जाएगा, लेकिन बोर्ड को बताना होगा कि नंबर क्यों कम किया गया, नंबर अधिक आया तो क्यों आया? उन्होंने बताया कि इसके अलावा 68वीं मेंस परीक्षा 12 मई से निर्धारित थी. 1 महीने तक परीक्षा चलना था, लेकिन इसी बीच यूपीएससी की भी परीक्षा है. और कई स्टेट पीसीएस की परीक्षा है. ऐसे में परीक्षा की तिथि में बदलाव किया गया है. ताकि अभ्यर्थियों को विभिन्न परीक्षाओं में बैठने का लाभ मिले.

"सीएम नीतीश कुमार ने इसको लेकर कार्यक्रम में कहा था. इसी को देखते हुए यह निर्देश जारी किया गया है. अभ्यर्थी को अगर लिखित या इंटरव्यू में कम नंबर आते हैं तो इसके लिए बोर्ड तो स्पष्टीकरण देना होगा कि कम नंबर क्यों दिया गया. हलांकि बोर्ड को नंबर देने में हस्तक्षेप नहीं किया जाएगा, लेकिन यह अभ्यर्थियों के हित को देखते हुए निर्णय लिया गया है." -अतुल प्रसाद, अध्यक्ष, BPSC

12 मई से 68वीं मेंस परीक्षाः 68वीं मेंस परीक्षा के तहत 12 मई को जीएस-1 पेपर की परीक्षा होगी, 17 मई को जीएसटी और हिंदी विषय की दो पालियों में परीक्षा होगी. 18 मई को पहली पाली में निबंध लेखन की परीक्षा और दूसरी पाली में वैकल्पिक विषय की परीक्षा होगी. हरियाणा में भी पीसीएस की परीक्षा है, वहां की तैयारी के लिए अभ्यर्थियों को आसानी होगी. अतुल प्रसाद अग्रवाल ने कहा कि इन बातों को ध्यान में रखते हुए आयोग आने वाली परीक्षाओं के लिए पाठ्यक्रम में बदलाव करने जा रहा है. इसके लिए काम शुरू हो गए हैं. पाठ्यक्रम इस प्रकार का होगा कि जिनकी सरकारी नौकरी नहीं लगती है, वह अन्य क्षेत्रों में रोजगार सृजन कर सकें. परीक्षा के लिए पाठ्यक्रम रोजगार और प्रसांगिक विषयों से जुड़ा हुआ होगा.

सीएम नीतीश कुमार ने की थी अपीलः बता दें कि सीएम नीतीश कुमार बीपीएससी 75वां की स्थापना दिवस पर इसको लेकर अधिकारियों को निर्देश दिया था. नीतीश कुमार ने अधिकारियों से अपील की थी कि जिसे लिखित परीक्षा में अच्छे नंबर आते हैं, उन्हें साक्षात्कार में कम नंबर नहीं दें. नीतीश कुमार ने कहा था कि BPSC के 6 सदस्य में 3 का जगह खाली है, उसे जल्द भरा जाए. बिहार लोक सेवा आयोग को जो भी आवश्यकता है, उसे पूरा किया जाएगा. नीतीश कुमार के इसी अपील को देखते हुए आयोग ने इस तरह का फैसला लिया है.

अतुल प्रसाद, अध्यक्ष, BPSC

पटनाः बिहार प्रशासनिक सेवा (Bihar Administrative Service) अब अभ्यर्थियों के लिए नया नियम लाने जा रहा है. बीपीएससी की परीक्षा में जो भी अभ्यर्थी फेल करेंगे, इसका बोर्ड को स्पष्टीकरण देना होगा. बोर्ड आयोग को इसके बारे में जानकारी देगी कि आखिर अभ्यर्थी कैसे फेल कर गए. बीपीएससी अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने इसकी जानकारी दी. अतुल प्रसाद ने निर्णय लिया है कि यदि कोई लिखित में अच्छे अंक से उत्तीर्ण होता है और इंटरव्यू में फेल हो जाता है तो इंटरव्यू बोर्ड इसका स्पष्टीकरण आयोग को देगा. यदि कोई लिखित परीक्षा में मुश्किल से पास हुआ है और इंटरव्यू में टॉप कर जाता है तो इस मामले में भी इंटरव्यू बोर्ड एक्सप्लानेशन देगा.

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नंबर क्यों कम आया, देना होगा जवाबः इंटरव्यू बोर्ड को कम और अधिक नंबर देने का दबाव नहीं डाला जाएगा, लेकिन बोर्ड को बताना होगा कि नंबर क्यों कम किया गया, नंबर अधिक आया तो क्यों आया? उन्होंने बताया कि इसके अलावा 68वीं मेंस परीक्षा 12 मई से निर्धारित थी. 1 महीने तक परीक्षा चलना था, लेकिन इसी बीच यूपीएससी की भी परीक्षा है. और कई स्टेट पीसीएस की परीक्षा है. ऐसे में परीक्षा की तिथि में बदलाव किया गया है. ताकि अभ्यर्थियों को विभिन्न परीक्षाओं में बैठने का लाभ मिले.

"सीएम नीतीश कुमार ने इसको लेकर कार्यक्रम में कहा था. इसी को देखते हुए यह निर्देश जारी किया गया है. अभ्यर्थी को अगर लिखित या इंटरव्यू में कम नंबर आते हैं तो इसके लिए बोर्ड तो स्पष्टीकरण देना होगा कि कम नंबर क्यों दिया गया. हलांकि बोर्ड को नंबर देने में हस्तक्षेप नहीं किया जाएगा, लेकिन यह अभ्यर्थियों के हित को देखते हुए निर्णय लिया गया है." -अतुल प्रसाद, अध्यक्ष, BPSC

12 मई से 68वीं मेंस परीक्षाः 68वीं मेंस परीक्षा के तहत 12 मई को जीएस-1 पेपर की परीक्षा होगी, 17 मई को जीएसटी और हिंदी विषय की दो पालियों में परीक्षा होगी. 18 मई को पहली पाली में निबंध लेखन की परीक्षा और दूसरी पाली में वैकल्पिक विषय की परीक्षा होगी. हरियाणा में भी पीसीएस की परीक्षा है, वहां की तैयारी के लिए अभ्यर्थियों को आसानी होगी. अतुल प्रसाद अग्रवाल ने कहा कि इन बातों को ध्यान में रखते हुए आयोग आने वाली परीक्षाओं के लिए पाठ्यक्रम में बदलाव करने जा रहा है. इसके लिए काम शुरू हो गए हैं. पाठ्यक्रम इस प्रकार का होगा कि जिनकी सरकारी नौकरी नहीं लगती है, वह अन्य क्षेत्रों में रोजगार सृजन कर सकें. परीक्षा के लिए पाठ्यक्रम रोजगार और प्रसांगिक विषयों से जुड़ा हुआ होगा.

सीएम नीतीश कुमार ने की थी अपीलः बता दें कि सीएम नीतीश कुमार बीपीएससी 75वां की स्थापना दिवस पर इसको लेकर अधिकारियों को निर्देश दिया था. नीतीश कुमार ने अधिकारियों से अपील की थी कि जिसे लिखित परीक्षा में अच्छे नंबर आते हैं, उन्हें साक्षात्कार में कम नंबर नहीं दें. नीतीश कुमार ने कहा था कि BPSC के 6 सदस्य में 3 का जगह खाली है, उसे जल्द भरा जाए. बिहार लोक सेवा आयोग को जो भी आवश्यकता है, उसे पूरा किया जाएगा. नीतीश कुमार के इसी अपील को देखते हुए आयोग ने इस तरह का फैसला लिया है.

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