पटना: बिहार लोक सेवा आयोग ने सीडीपीओ प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन 15 मई को किया है. पहले इस परीक्षा का आयोजन 6 फरवरी को होने वाला था, लेकिन कोरोना के कारण BPSC ने 15 मई को परीक्षा लेने का फैसला किया. परीक्षा को लेकर पूरे बिहार के साथ ही राजधानी पटना में भी तमाम तैयारियां पूरी कर ली गईं हैं, केंद्रों पर दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति कर दी गई है. इस भर्ती के जरिए बिहार लोक सेवा आयोग, बाल विकास परियोजना अधिकारी के रिक्त 287 पदों पर भर्ती करेगा.
पढ़ें- CDPO प्रारंभिक परीक्षा 15 मई को होगी, बिहार लोक सेवा आयोग ने जारी की नई तारीख
सीडीपीओ की परीक्षा कल: पटना जिले में 32 केंद्र (CDPO Exam Patna) बनाए गए हैं. इन केंद्रों पर 19685 अभ्यर्थी परीक्षा देंगे. परीक्षा दोपहर 12 बजे से दोपहर 2 बजे तक आयोजित की जाएगी. वहीं मोतिहारी में सीडीपीओ की परीक्षा (CDPO Exam Motihari) को लेकर जिले में 15 परीक्षा केंद्रों बनाए गए हैं. बीपीएससी ने पहले ही अभ्यर्थियों को एडमिट कार्ड उपलब्ध करा दिया है. आयोग की वेबसाइट www.bpsc.bih.nic.in से अभ्यर्थी अपना एडमिड कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं. परीक्षा के सफल आयोजन को लेकर प्रशासनिक तैयारियां पूरी हो चुकी है.
परीक्षा केंद्र के पास धारा 144 लागू: परीक्षा को लेकर अधिकारियों और पदाधिकारियों को सख्त निर्देश जारी किया गया है. पिछले हफ्ते बीपीएससी का पेपर लीक होने के बाद प्रशासन पूरी एहतियात बरत रहा है. सभी परीक्षा केंद्रों पर दंडाधिकारियों और पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है. परीक्षा केंद्र के आसपास धारा 144 लागू रहेगी. इसका उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी.
प्रश्न पत्र खुलने के दौरान होगी वीडियोग्राफी: केंद्रों पर सभी जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगे रहेंगे. प्रश्न पत्र खोले जाने के दौरान वीडियोग्राफी की जाएगी. इस दौरान कोई भी अधिकारी, पदाधिकारी या सुरक्षा बल मोबाइल या अन्य डिवाइस का इस्तेमाल नहीं करेंगे. सभी परीक्षा केंद्रों के मुख्य द्वार पर अभ्यर्थियों की सघन जांच की जाएगी. इसके बाद ही केंद्र में प्रवेश दिया जाएगा. अभ्यर्थियों को परीक्षा समय से आधा घंटे पहले केंद्र में प्रवेश दिया जाएगा. केंद्र में सुबह 10:30 बजे से प्रवेश दिया जाएगा. केंद्र में अभ्यर्थी सुबह 11:45 बजे तक प्रवेश ले सकेंगे.
इन बातों का जरूर रखें ख्याल: परीक्षा केंद्र कैंपस, जहां परीक्षा होनी है, वहां मोबाइल, ब्लूटूथ, वाईफाई गैजेट, इलेक्ट्रॉनिक पेन, पेजर, स्मार्ट वाच आदि इलेक्ट्रॉनिक सामग्री व व्हाइटनर, ब्लेड, इरेजर जैसी चीजें ले जाना पूरी तरह मना है. अगर ये चीजें एग्जाम हॉल में पाई गईं तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी. OMR आंसरशीट में किसी भी तरह का निशान, रेखांकन, अंकन मना है.प्रवेश पत्र पर दिए गए निर्देश व OMR शीट के निर्देश ध्यान से पढ़ें. ओएमआर आंसर शीट में क्वेश्चन बुकलेट सीरिज व रोल नंबर निश्चित रूप से अंकित करते हुए गोलों को सही ढंग से भरें, वरना इसकी जांच नहीं की जाए.
बीपीएससी परीक्षा का पेपर हुआ थी लीक: गौरतलब है कि 67वीं बीपीएससी परीक्षा का पेपर लीक होने को लेकर बिहार सरकार बेहद दबाव में है. राज्य सरकार की किरकिरी के बाद आर्थिक अपराध इकाई (EOU inquiry in 67th BPSC Paper Leak ) के लिए मामले का खुलासा करना बड़ चैलेंज दिख रहा है. प्रारंभिक जांच में जिस स्टाइल में पेपर लीक की जानकारी आ रही है, उससे इसमें किसी बड़े गैंग के शामिल होने की बातें सामने आ रही (Big Gang Suspected In BPSC Paper Leak Case ) है. परीक्षा फार्म भरवाने, सेंटर मैनेज करने, प्रश्न पत्र का फोटो स्टेट कराकर पीडीएफ में बदल कर दूसरी जगहों पर सोशल मीडिया से भेजना के बिंदुओं पर निगरानी जांच कर रही है.
ये भी पढ़ें- कांग्रेस का आरोप- 'संदेह के घेरे में BPSC, अधिकारियों की संलिप्तता के बिना पेपर लीक संभव नहीं'
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP