ETV Bharat / state

BPSC Exam 2023: कदाचार में लिप्त पाए गए थे तीन अभ्यर्थी, अब BPSC ने लगा दी पांच साल तक की रोक - बीपीएससी परीक्षा में कदाचार

बिहार लोक सेवा आयोग ने बीपीएससी परीक्षा में कदाचार में लिप्त अभ्यर्थियों के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है. इस वर्ष आयोजित 68वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा में नियम के विरुद्ध कार्य करने वाले तीन अभ्यर्थियों पर पांच साल रोक लगा दी गई है. आगे पढ़ें पूरी खबर...

बीपीएससी परीक्षा में कदाचार
बीपीएससी परीक्षा में कदाचार
author img

By

Published : Jun 28, 2023, 3:12 PM IST

पटना: बिहार लोक सेवा आयोग ने वैसे तीन अभ्यर्थियों के नाम जारी किए हैं जिन्होंने आयोग द्वारा आयोजित 68वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा में नियम के विरुद्ध कार्य किया था. आयोग ने इन तीनों ही अभ्यर्थियों पर पांच 5 साल तक की रोक लगा दी है. बीपीएससी द्वारा जारी नोटिफिकेशन के अनुसार जिन अभ्यर्थियों को पर रोक लगाई गई है, उनमें यमुना पासवान की पुत्री सविता कुमारी, जयप्रकाश मंडल की पुत्री गीता कुमारी और विनोद यादव की पुत्री पूजा कुमारी शामिल हैं.

पढ़ें-BPSC अभ्यर्थियों ने की आयुसीमा बढ़ाने की मांग.. '37 से बढ़ाकर 40 वर्ष की जाए अधिकतम उम्र'

क्यों लगाई गई रोक: आयोग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार सविता कुमारी पर इसलिए रोक लगाई गई है क्योंकि बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित 68वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा में सविता के पास से मोबाइल फोन प्राप्त हुआ था. दूसरी अभ्यर्थी गीता कुमारी पर इसलिए रोक लगाई गई है क्योंकि 68 वी संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा में वो अपने निर्धारित स्थान के बदले दूसरी जगह पर बैठ गई थी. जबकि पूजा कुमारी पर इसलिए रोक लगाई गई है क्योंकि उनके पास से परीक्षा में चिट प्राप्त हुआ था.

अगले पांच सल तक की रोक: बीपीएससी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार इन तीनों ही अभ्यर्थियों पर 12 फरवरी 2023 से अगले पांच साल तक लगी रोक प्रभावी रहेगी. इस दौरान ये तीनों ही अभ्यर्थी आयोग द्वारा संचालित किसी भी प्रकार की परीक्षा में आवेदन करने के योग्य नहीं रहेंगे. बता दें कि कदाचार को लेकर बीपीएससी अपनी सख्त गाइडलाइन को फॉलो करता है. अगर कोई अभ्यर्थी कदाचार जैसे कार्य में लिप्त मिलता है तो उस परीक्षा में बैठने पर रोक लगा दी जाती है.

पटना: बिहार लोक सेवा आयोग ने वैसे तीन अभ्यर्थियों के नाम जारी किए हैं जिन्होंने आयोग द्वारा आयोजित 68वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा में नियम के विरुद्ध कार्य किया था. आयोग ने इन तीनों ही अभ्यर्थियों पर पांच 5 साल तक की रोक लगा दी है. बीपीएससी द्वारा जारी नोटिफिकेशन के अनुसार जिन अभ्यर्थियों को पर रोक लगाई गई है, उनमें यमुना पासवान की पुत्री सविता कुमारी, जयप्रकाश मंडल की पुत्री गीता कुमारी और विनोद यादव की पुत्री पूजा कुमारी शामिल हैं.

पढ़ें-BPSC अभ्यर्थियों ने की आयुसीमा बढ़ाने की मांग.. '37 से बढ़ाकर 40 वर्ष की जाए अधिकतम उम्र'

क्यों लगाई गई रोक: आयोग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार सविता कुमारी पर इसलिए रोक लगाई गई है क्योंकि बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित 68वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा में सविता के पास से मोबाइल फोन प्राप्त हुआ था. दूसरी अभ्यर्थी गीता कुमारी पर इसलिए रोक लगाई गई है क्योंकि 68 वी संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा में वो अपने निर्धारित स्थान के बदले दूसरी जगह पर बैठ गई थी. जबकि पूजा कुमारी पर इसलिए रोक लगाई गई है क्योंकि उनके पास से परीक्षा में चिट प्राप्त हुआ था.

अगले पांच सल तक की रोक: बीपीएससी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार इन तीनों ही अभ्यर्थियों पर 12 फरवरी 2023 से अगले पांच साल तक लगी रोक प्रभावी रहेगी. इस दौरान ये तीनों ही अभ्यर्थी आयोग द्वारा संचालित किसी भी प्रकार की परीक्षा में आवेदन करने के योग्य नहीं रहेंगे. बता दें कि कदाचार को लेकर बीपीएससी अपनी सख्त गाइडलाइन को फॉलो करता है. अगर कोई अभ्यर्थी कदाचार जैसे कार्य में लिप्त मिलता है तो उस परीक्षा में बैठने पर रोक लगा दी जाती है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.