पटनाः बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 64वीं सिविल सेवा परीक्षा में कुल 1454 अभ्यर्थी सफल हुए हैं. 64वीं सिविल सेवा परीक्षा का रिजल्ट लंबे इंतजार के बाद रविवार देर शाम बिहार लोक सेवा आयोग ने जारी किया. परीक्षा में ओम प्रकाश गुप्ता को पहला स्थान मिला है. जबकि विद्यासागर दूसरे और अनुराग आनंद तीसरे टॉपर बने हैं.
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बिना कोचिंग ओम प्रकाश गुप्ता बने BPSC टॉपर
BPSC 64वीं संयुक्त परीक्षा में पहला स्थान लाने वाले ओम प्रकाश गुप्ता पटना के फतुहां के निवासी हैं. उन्होंने आईआईटी रुड़की से बीटेक इंजीनियरिंग की है. ओम प्रकाश ने बिना किसी कोचिंग यह सफलता हासिल की है. ओम प्रकाश का लक्ष्य यूपीएससी है. गांव में उनके माता-पिता किराना दुकान चलाते हैं. टॉप करने के बाद ओम प्रकाश ने नए छात्रों को संदेश देते हुए कहा कि 'अगर आप मेहनत करते हैं तो कोई भी सफलता मिल जाती है. कठिन प्रयास करने वालों को ही सफलता मिलती है इसलिए सत्य पर रहकर हौसला बनाए रखिए.'
कौन हैं सेकेंड टॉपर विद्यासागर ?
विद्यासागर बिहार के सुपौल जिले के रहने वाले हैं. BPSC 64वीं संयुक्त परीक्षा में दूसरा स्थान हासिल किया है. विद्यासागर की स्कूली पढ़ाई सुपौल के जवाहर नवोद्यय विद्यालय से हुई. स्कूल के बाद उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की की. फिर अपनी दोस्त प्रिया के साथ मिलकर बीपीएससी की पढ़ाई की. जिसमें दोनों सफल हुए हैं. प्रिया को सप्लाई इंस्पेक्टर का पद हासिल हुआ है.
तीसरे टॉपर अनुराग आनंद कौन हैं?
BPSC 64वीं संयुक्त परीक्षा में तीसरे स्थान लाने वाले अनुराग आनंद दरभंगा शहर के लक्ष्मीसागर के रहने वाले हैं. उन्होंने अपने पहले प्रयास में ही यह सफलता पाई है. अनुराग के पिता विजय कुमार झा एसबीआई के लहेरियासराय सीएई ब्रांच के मैनेजर हैं. मां इंदु झा गृहणी हैं. उनके बड़े भाई अभिषेक आनंद न्यू इंडिया इंश्योरेंस कंपनी में अधिकारी हैं. अनुराग की सफलता पर परिवार में बेहद खुशी का माहौल है.
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ये हैं टॉप टेन सफल अभ्यर्थी
- ओम प्रकाश गुप्ता
- विद्यासागर
- अनुराग आनंद
- विशाल
- शशांक बरनवाल
- आलोक कुमार
- निखिल कुमार
- आर्य राज
- सत्यम कुमार
- विनोद प्रसाद
प्रारंभिक परीक्षा में सफलता
बिहार लोक सेवा आयोग ने 64वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा के जरिए 1465 पदों के लिए वर्ष 2018 में आवेदन मांगे थे. कुल 471581 कैंडिडेट्स ने अप्लाई किया था. इनमें से 19109 कैंडिडेट्स को प्रारंभिक परीक्षा में सफलता मिली थी. जबकि मुख्य परीक्षा में कुल 3799 अभ्यर्थी सफल हुए. 64वीं प्रतियोगिता परीक्षा के रिजल्ट में देरी को लेकर बिहार में लगातार सवाल खड़े हो रहे थे.
रिजल्ट में देरी की वजह
बिहार लोक सेवा आयोग की ओर से रिजल्ट के साथ यह जानकारी दी गई है कि 5 मई 2021 से 2 जून 2021 तक पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा की गई. फिर भी इस अवधि में परीक्षा फल जारी करने की जरूरत को ध्यान में रखते हुए न्यूनतम कर्मियों के साथ परीक्षाफल तैयार करने की कार्रवाई की गई.
आयोग के कई सदस्य कोरोना संक्रमित
परीक्षा फल तैयार करने के दौरान इंटरव्यू से लेकर अब तक बिहार लोक सेवा आयोग के करीब 50 कर्मी/ पदाधिकारी और आयोग के सदस्य भी कोरोना संक्रमित हुए. फिर भी बीपीएससी ने एक टीम के रूप में प्रयास करते हुए आज रिजल्ट जारी किया है. कुल 1465 पदों के लिए हुए परीक्षा में 1454 उम्मीदवारों का चयन हुआ. क्योंकि 11 पद दिव्यांग उम्मीदवारों के लिए रिजर्व थे और इसके लिए दिव्यांग उम्मीदवार उपलब्ध नहीं थे. जिस वजह से 11 पद खाली रह गए.