पटना: राजधानी के बेली रोड़ स्थित बिहार म्यूजियम में आम लोगों की सहूलियत के लिए लाइब्रेरी के तर्ज पर एक स्टडी रूम की शुरुआत की गई. यहां कई विषयों के हजारों किताब उपलब्ध होने की बात कही गई थी. लेकिन पढ़ने के लिए एक भी किताब उपलब्ध नहीं है.
बिहार म्यूजियम में बने स्टडी रूम में व्यवस्थाएं तो काफी अच्छी है, लेकिन करीब 90 फीसदी किताब रखने के लिए रैक खाली पड़ा है. कुछ ही रैकों पर किताबें और अखबार रखा गया है. इस हाईटेक स्टडी रूम में लोगों के बैठने के लिए तो उचित सुविधा उपलब्ध है लेकिन किताब नहीं होने की वजह से लोग इसका इस्तेमाल काफी कम करते हैं.
'कोरोना महामारी के कारण लाइब्रेरी है खाली'
स्टडी रूम में किताबें नहीं होने को लेकर म्यूजियम प्रशासन ने बताया कि कोरोना महामारी और लॉकडाउन की वजह से लाइब्रेरी में किताबें नहीं है. हालांकि अब स्थिति सामान्य हो रही है तो जल्द ही किताबों का पूरा रैक स्टडी रूम में आ जाएगा. लोग इसका लाभ उठा सकेंगे.
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म्यूजियम प्रशासन के दावे फिसड्डी
बता दें कि साल 2020 के जनवरी महीने में आम लोगों के लिए लाइब्रेरी की तर्ज पर स्टडी रूम की सुविधा शुरू की गई थी. कहा गया था कि स्टडी रूम में इतिहास, शोध और बिहार की संस्कृति सभ्यता से जुड़ी हुई कई किताबें उपलब्ध रहेंगी. करीब दो हजार के आसपास किताबें लाइब्रेरी में होनी चाहिए थी लेकिन अभी पूरी लाइब्रेरी खाली है. म्यूजियम प्रशासन की तरफ से जो दावे किए गए थे वो सभी फिसड्डी साबित हो रहे हैं.