पटनाः सरकार ने किसानों की फसल लागत से दोगुना करने के लिए रोड मैप तैयार किया है. साथ ही कृषि विभाग के अधिकारियों को समय पर पानी और उर्वरक उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है. लेकिन पालीगंज अनुमंडल क्षेत्र में किसानों को यूरिया और खाद के लिए दुकानों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं.
दुकान के चक्कर लगा रहे किसान
पटना से सटे पालीगंज अनुमंडल मुख्यालय बाजार में प्रखंड आपूर्ति अधिकारी से लेकर अनुमंडल पदाधिकारी के कार्यालय स्थित हैं. लेकिन अधिकारियों के नाक के नीचे से धड़ल्ले से यूरिया खाद और डीएपी खाद की कालाबजारी की जा रही है. किसान धान की रोपनी करने के बाद खेत में उर्वरक डालने के लिए दुकान के चक्कर लगा रहे हैं. लेकिन उनसे प्रति बोरी सरकारी निर्धारित मूल्य से 50 से 100 रुपये ज्यादा लिए जा रहे हैं. जिससे किसान परेशान हैं.
नहीं मिल पा रहा खाद
बता दें कि बिस्कोमान कृषक सेवा केंद्र सरसी पर प्रतिदिन सैकड़ों किसान खाद के लिए सुबह से लाइन में लग जाते हैं. लाइन ज्यादा लंबी होने की वजह से काउंटर तक पहुंचने से पहले वितरण का समय समाप्त हो जाता है. जिससे किसानों को खाद नहीं मिल पाता है.
वसूले जा रहे सरकारी रेट से अधिक पैसे
पालीगंज में आधा दर्जन से ज्यादा उर्वरक के लाइसेंसधारी दुकानें हैं. जिनके पास पर्याप्त मात्रा में खाद का भंडारण है लेकिन वहां किसानों से सरकारी रेट से अधिक दाम वसूले जा रहे हैं. किसान कनिक प्रसाद ने बताया कि खाद दुकान पर 50 से 100 रुपये प्रति बोरा ज्यादा देना पड़ रहा है जिससे वे लोग बिस्कोमान कृषक सेवा केंद्र पर खाद के लिए पहुंच रहे हैं.
स्टॉक खत्म होने का डर
किसान कनिक प्रसाद ने बताया कि सेवा केंद्र पर जो खाद 265 रुपये में मिल रहा है वह बाजार में 330 रुपये में दिया जा रहा है. किसानों को खाद मिल रहा है. लेकिन उन्हें स्टॉक खत्म होने का डर है.
'किसानों के आरोप बेबुनियाद'
बिस्कोमान कृषक सेवा केंद सरसी पालीगंज के सहायक भंडार प्रबन्धक मोती लाल सिंह ने बताया कि किसानों के आरोप बेबुनियाद हैं. कृषक केंद्र में पर्याप्त मात्रा में खाद का भंडारण है. उन्होंने बताया की सभी किसानों को सरकारी निर्धारित मूल्य पर खाद का वितरण किया जा रहा है. भंडार प्रबन्धक ने कहा कि किसान शांति से कतार में लग कर अपनी बारी का इंतजार करें. सभी किसानों को खाद उपलब्ध कराया जाएगा.