पटना: बिहार की आर्थिक अपराध इकाई की टीम लगातार प्रतिबंधित दवाओं की कालाबाजारी करने वाले दवा माफियाओं पर नकेल कसने का काम कर रही है. इसी कड़ी में ईओयू की टीम को ये जानकारी हाथ लगी कि पटना के कंकड़बाग थाना क्षेत्र के कुछ युवा मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव के साथ मिलकर प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री ऊंची दरों में कर रहे हैं.
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दवाओं की कालाबाजारी
सूचना को सत्यापित कर ईओयू की टीम पटना के कंकड़बाग थाना क्षेत्र के साईं मंदिर पहुंची और इन दवाओं की कालाबाजारी कर रहे लोगों से संपर्क किया. ईओयू की टीम के टीम के द्वारा दवा माफियाओं से फोन पर दवा खरीदने के लिए संपर्क किया गया.
ईओयू की बड़ी कार्रवाई
जब इन दवा माफियाओं से प्रतिबंधित दवा रेमडेसीविर की तीन वायल की मांग की गई तो दवा माफियाओं ने 3 वायल दवा की कीमत ईओयू टीम को फोन पर 1 लाख 20 हजार रुपए बताई और जैसे ही दवा माफिया दवा की खेप लेकर साईं मंदिर के पास पहुंचे, सिविल ड्रेस में मौजूद ईओयू की टीम ने मौके से इन तीनों दवा माफियाओं को गिरफ्तार कर लिया. इनके पास से 3 वायल प्रतिबंधित दवा की खेप के साथ कई एटीएम और क्रेडिट कार्ड बरामद किए.
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आरोपियों से पूछताछ जारी
वहीं, ईओयू के डीएसपी भास्कर रंजन के साथ ईओयू के डीएसपी रजनीश कुमार ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए इन दवा माफियाओं के पास से प्रतिबंधित दवाओं की 3 खेप बरामद की है. फिलहाल, इस मामले में स्थानीय पत्रकार के साथ मैनकाइंड फार्मा के मेडिकल रिप्रजेंटेटिव नीतीश कुमार के साथ अमित कुमार को भी गिरफ्तार किया. फिलहाल, गिरफ्तार दवा माफियाओं से ईओयू की टीम देर रात तक आगे की जानकारी जुटाने में जुटी हुई है.