पटनाः राजद के राज्यसभा सदस्य मनोज झा ने राजद कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बिहार में हो रही जातीय गणना को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री कार्यालय बिहार में हो रही जातीय गणना को रोकने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि जिस तरह कोर्ट में मुकुल रोहतगी ने बातें कहीं, सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता जातीय गणना को लेकर कोर्ट को कुछ कहने का निर्णय लिया है इससे स्पष्ट हो गया है कि प्रधानमंत्री कार्यालय कहीं ना कहीं इसको रोकने का प्रयास कर रहा है.
इसे भी पढ़ेंः Bihar Caste Census: जातीय जनगणना पर क्रेडिट पॉलिटिक्स शुरू, JDU का पोल खोल अभियान.. BJP ने कह दी बड़ी बात
"मंडल कमीशन जब देश में लागू किया गया तो यही अवधारणा लेकर लागू किया गया था कि समाज के अंतिम पंक्ति में जो व्यक्ति बैठे हुए हैं उनको न्याय देना है उनको आगे बढ़ाना है. इसको लेकर ही बिहार सरकार ने जातीय गणना करवाने का निर्णय लिया है. कहीं ना कहीं इसको रोकने का प्रयास किया जा रहा है, जो ठीक नहीं है."- मनोज झा, राज्यसभा सदस्य, राजद
भाजपा की पोल खुल गयी: मनोज झा ने कहा की हाई कोर्ट में भी इसको रोकने का प्रयास किया गया था लेकिन हाईकोर्ट ने क्या जवाब दिया वह सभी ने सुना है. इसके बाद भी सुप्रीम कोर्ट में किसी को याचिकाकर्ता बनाकर भारतीय जनता पार्टी साजिश कर रही है. लेकिन, अब सब कुछ सामने आ गया है. भारतीय जनता पार्टी का पोल खुल गया है. उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री कार्यालय इसको रोकने की कोशिश में है. प्रधानमंत्री और गृह मंत्री नहीं चाहते हैं कि बिहार में जातीय गणना हो.
लोगों को गुमराह करने की कोशिशः मनोज झा ने कहा कि भाजपा को अति पिछड़ा और पिछड़े समाज की कोई परवाह नहीं है. उन्होंने कहा कि पीएम और गृह मंत्री समझते हैं कि अगर बिहार में जातीय गणना हो जाएगी तो पूरे देश में इसकी मांग होगी. कहीं ना कहीं वैसे लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं. बिहार में अब जातीय जनगणना लगभग पूरी हो गई है. इसके बाद भी सुप्रीम कोर्ट में जिस तरह से भाजपा और उनके लोगों के द्वारा किया जा रहा है वह कहीं से भी उचित नहीं है.