पटनाः बिहार में दो चरण के चुनाव हो चुके हैं और 23 अप्रैल को तीसरे चरण के चुनाव होने हैं. लोकसभा चुनावों पर भाजपा की नजर युवा मतदाताओं पर हैं. सोशल मीडिया के जरिए पार्टी नए मतदाताओं को जोड़ने की कोशिश में जुटी है. पार्टी के 5 हजार से ज्यादा आईटी एक्सपर्ट सोशल मीडिया पर काम कर रहे हैं.
बिहार में तकरीबन डेढ़ करोड़ ऐसे मतदाता हैं जो इन लोकसभा चुनावों पर पहली बार मतदान करेंगे. भाजपा ने ऐसे युवा मतदाताओं को टारगेट किया है और सोशल मीडिया के जरिए उन्हें पार्टी और नरेंद्र मोदी से जोड़ा जा रहा है. पूरे बिहार में बीजेपी की ओर से ज्यादातर जिलों में आईटी सेल स्थापित किया गया है.
युवाओं से रूबरू करवाना मकसद
प्रदेश कार्यालय मैं आईटी सेल के इंचार्ज मनन कृष्ण ने बताया कि सोशल मीडिया के जरिए हम युवाओं को जोड़ने में कामयाब हो रहे हैं. लिहाजा पार्टी बड़ी संख्या में युवाओं से जुड़ रही है. कई युवा अपनी समस्याओं को भी बता रहे हैं जिसका समाधान करने की कोशिश करते हैं. वे कहते हैं कि सोशल मीडिया के जरिए दोनों ओर से संचार संभव है.
चुनाव आयोग और सोशल मीडिया
भाजपा मीडिया प्रभारी राकेश कुमार ने बताया कि सोशल मीडिया के जरिए हम राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की नीतियों को जन-जन तक पहुंचाते हैं. अगर सोशल मीडिया पर विपक्ष अनर्गल आरोप लगाता है तो उसका करारा जवाब भी दिया जाता है, लेकिन हमारी सोच सकारात्मक है. वहीं, रही चुनाव आयोग की कार्रवाई की बात तो आचार संहिता के नियमों के तहत ही पार्टी सोशल मीडिया पर एक्टिव रहती है.