पटना: बिहार में पूर्ण शराबबंदी है. लगातार शराब पकड़े जा रहे हैं. हाल में जहरीली शराब से मुजफ्फरपुर में लोगों की मौत हुई. बुधवार को सीतामढ़ी में शराब माफिया ने पुलिसकर्मियों पर गोली चलाई, जिससे एक दारोगा की मौत हो गई. इस घटना के बाद लगातार विपक्ष के नेता शराबबंदी कानून पर निशाना साध रहे हैं. विपक्ष का आरोप है कि बिहार सरकार शराबबंदी सफल तरीके से लागू नहीं कर पाई.
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शराबबंदी से खुश हैं महिलाएं
इसके जवाब में बीजेपी प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा है कि शराबबंदी को लेकर सरकार पूरी तरह से गंभीर है. महिलाओं की मांग पर बिहार में शराबबंदी लागू की गई थी. शराबबंदी के लिए कानून बनाए गए थे. सरकार पूरी तरह से शराबबंदी का पालन करा रही है. शराब तस्करों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई कर रही है.
बुधवार को सीतामढ़ी में जो घटना घटी वह दुखद है. जब भी कोई सामाजिक सरोकार का काम होता है तो कुछ लोग इसके खिलाफ काम करते हैं. शराबबंदी कानून को लेकर भी इस तरह की बातें की जा रही है, लेकिन सच्चाई यह है कि शराबबंदी से महिलाएं, बुजुर्ग और आमलोग काफी खुश हैं.
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शराब माफियाओं को शह दे रहा विपक्ष
प्रेम रंजन पटेल ने कहा "बिहार में शराबबंदी से काफी फायदे हुए हैं. समाज का माहौल बदला है. विपक्ष के नेता जिस तरह से शराबबंदी को लेकर सदन में हंगामा कर रहे हैं और बयान दे रहे हैं यह गलत है. वे इस तरह के बयान देकर शराब माफियाओं को शह दे रहे हैं. विपक्ष को इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए. शराबबंदी कानून जब लागू हुई थी तो विपक्ष ने भी सरकार का साथ दिया था."
"जो लोग शराब पर लगा रोक हटाना चाहते हैं उन्हें पहले भी जनता ने माफ नहीं किया था और अब भी उन्हें जनता माफ नहीं करने वाली है. विपक्ष सोच-समझकर शराबबंदी कानून को लेकर बयान दे. शराबबंदी के कारण बिहार में स्थिति सुधरी है विपक्ष उसे बिगाड़ने की कोशिश कर रहा है."- प्रेम रंजन पटेल, बीजेपी प्रवक्ता