पटना: बिहार कांग्रेस ने प्रवासी श्रमिकों के समर्थन में सरकार के खिलाफ आगामी 2 जून को सांकेतिक धरना-प्रदर्शन का ऐलान किया है. इसको लेकर सत्ताधारी दल लगातार तंज कस रहे हैं. इस क्रम में बीजेपी प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने भी कांग्रेस को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने कांग्रेस पर बिहार के प्रवासी मजदूरों के साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया है.
बीजेपी प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा है कि लॉकडाउन के दौरान बिहार के मजदूर और श्रमिकों को सबसे ज्यादा समस्या कांग्रेस शासित राज्यों में ही हुई है. राजस्थान सरकार का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार ने बिहार के प्रवासी मजदूरों की वापसी के लिए 1 करोड़ रुपये लिये. उन्होंने कहा कि जब तक बिहार सरकार ने पैसा नहीं भेजा तब तक वहां की सरकार ने बिहारी छात्रों को वापस नहीं भेजा.
'जनता सब देख रही है'
कांग्रेस को चेतावनी देते हुए बीजेपी प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि जनता कांग्रेस के दोहरे रवैये को भली भांति समझती है. उन्होंने कहा कि बिहार की एनडीए सरकार ने प्रवासी मजदूरों के लिए अच्छी व्यवस्था की है. जबकि कांग्रेस मजदूर श्रमिकों को लेकर राजनीति कर रही है. आने वाले चुनाव में जनता कांग्रेस को जवाब देगी.
कांग्रेस ने किया धरना का ऐलान
बता दें कि बिहार कांग्रेस ने लॉकडाउन के दौरान प्रवासियों को हुई समस्या के साथ-साथ क्वारेंटाइन सेंटरों में फैली बदहाली को लेकर आगामी 2 जून को सांकेतिक धरना की घोषणा की है. इसके साथ ही आगामी 4 और 6 जून को बिहार के सभी प्रखंड कार्यालयों में कांग्रेस के कार्यकर्ता सरकार की नीति के खिलाफ धरना का आयोजन करेंगे.