पटना: राजद में राष्ट्रीय अध्यक्ष पद (National President of RJD) को लेकर परिवार में ही संग्राम छिड़ा हुआ है. तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) और मीसा भारती (Misa Bharti) अध्यक्ष पद के दावेदार माने जा रहे हैं. लेकिन, तेजस्वी यादव का पलड़ा भारी है. बीजेपी (BJP) ने अध्यक्ष पद की दावेदारी को लेकर राजद पर सवाल खड़े किए हैं.
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नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की कवायद चल रही है. बीजेपी ने राजद की मुहिम पर सवाल खड़े किए हैं. पार्टी की ओर से कहा गया कि कांग्रेस की तर्ज पर राजद भी परिवारवाद के रास्ते पर चल रही है. किसी कार्यकर्ता को अध्यक्ष बनाने के बजाय परिवार के सदस्यों को ही अध्यक्ष बनाने की बात चल रही है.
''बड़े भाई तेजप्रताप और बड़ी बेटी मीसा भारती को दरकिनार करते हुए तेजस्वी यादव को अध्यक्ष बनाया जा रहा है. बड़ी बेटी और बड़े बेटे को परिवार में उपेक्षित रखा जा रहा है. पार्टी मैं लोकतंत्र नहीं है. कार्यकर्ताओं को सिर्फ पालकी उठाने की जिम्मेदारी दी जा रही है. तेजस्वी यादव नेता प्रतिपक्ष के रूप में असफल साबित हुए हैं. अगर उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष भी बनाया जाएगा तो वहां भी असफल ही साबित होंगे.''- निखिल आनंद, बीजेपी प्रवक्ता
बता दें कि राजद (RJD) बड़े बदलाव की ओर बढ़ता दिख रहा है. सूत्रों के मुताबिक बहुत जल्द तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया जा सकता है. जहां एनडीए (NDA) नेता लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के इस फैसले को आत्मघाती बता रहे हैं. वहीं, राजद नेता तेजस्वी के नेतृत्व में पार्टी को नंबर वन बनाने की बात कह रहे हैं.
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राष्ट्रीय जनता दल में प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर जगदानंद सिंह (Jagdanand Singh) के साथ तेजस्वी का रिश्ता काफी बेहतर माना जाता है और यही वजह है कि लालू यादव ने तेजस्वी यादव के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने तक जगदानंद सिंह को प्रदेश अध्यक्ष की बागडोर संभालने को कहा है. पार्टी ने तेजस्वी को युवा नेतृत्व के तौर पर विधानसभा चुनाव में प्रकट किया था जो कहीं न कहीं पार्टी के लिए अच्छा साबित हुआ.