पटना: बिहार में शराबबंदी (Liquor Prohibition Law in Bihar) को सख्ती से लागू कराने के लिए बिहार सरकार ने फैसला लिया है कि हेलीकॉप्टर से शराब तस्करों पर निगरानी (liquor smugglers in bihar) रखी जाएगी. इसको लेकर पटना में हेलीकॉप्टर भी आ चुका है. इस फैसले पर विपक्ष सरकार पर हमलावर है तो वहीं अब भाजपा ने भी सवाल खड़ा कर दिया है.
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बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू है लेकिन जहरीली शराब से मौत अब भी सरकार के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है. शराबबंदी को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए सरकार अब हेलीकॉप्टर की मदद लेने जा रही है. सरकार के फैसले पर सहयोगी पार्टी भाजपा ने सवाल खड़े किए हैं. आपको बता दें कि शराब के कारोबार पर नजर रखने के लिए पहले सरकार ने ड्रोन के इस्तेमाल का फैसला लिया था और अब हेलीकॉप्टर के जरिए अवैध शराब के कारोबार को रोका जाएगा.
भाजपा प्रवक्ता अरविंद कुमार (BJP spokesperson on Helicopter Surveillance On Liquor Smugglers ) ने कहा है कि, शराबबंदी बेहतर काम है. हम फैसले से सहमत हैं लेकिन हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल शराबबंदी में किया जाना आश्चर्यजनक है. वाकई अगर सरकार शराबबंदी को सफल बनाना चाहती है तो लोगों को जागरूक करने की जरूरत है. लोग जागरूक हो जाएंगे तो शराबबंदी कानून सफल होगा. हेलीकॉप्टर का उपयोग लोगों को जागरुक करने के लिए किया जाए तो बेहतर होगा.
बिहार का बजट सत्र शुक्रवार से शुरू होनेवाला है. विपक्ष ने सरकार को सदन में घेरने की पूरी तैयारी कर ली है. राजद के मुख्य प्रवक्ता भाई वीरेन्द्र ((Bhai Virendra On Helicopter Surveillance On Liquor Smugglers ) ने कहा कि, बिहार में समस्याओं का अंबार है और वर्तमान सरकार उसके निदान करने में असफल साबित हो रही है. शिक्षा हो या स्वास्थ्य सभी की स्थिति खराब है और सरकार अपनी डफली बजा रही है. जनहित के मुद्दे पर हमलोग सरकार को सदन में घेरेंगे और जवाब मांगेंगे. साथ ही जातीय जनगणना को लेकर जो वायदे नीतीश कुमार ने किए हैं उसकी याद उन्हें दिलाएंगे. सरकार से पूछेंगे कि जातीय जनगणना कब करायी जाएगी. अगर नहीं हो रहा है तो उसमें समस्या क्या है इन सब मुद्दे पर सदन में सरकार को जवाब देना होगा.
"बिहार में सत्ता के संरक्षण में शराब की तस्करी हो रही है और दिखावे के लिए सरकार कुछ से कुछ करती है. अब ड्रोन के बाद हेलीकॉप्टर मंगाया गया है. ये फिजूलखर्ची है. इससे शराब बनाने वालों को पकड़ना नामुमकिन है क्योंकि सरकार में ही बैठे लोग शराब के धंधे से जुड़े हैं. जबतक बिहार में आरसीपी टैक्स लगता रहेगा शराब की तस्करी नहीं रुकेगी. जदयू के नेता शराब पीकर शराबबंदी की धज्जियां उड़ा रहे हैं और मुख्यमंत्री टुकुर टुकुर देख रहे हैं."- भाई वीरेन्द्र, राजद प्रवक्ता
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