पटना: बीजेपी सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि जदयू में आग लगी है. ये सिर्फ नागालैंड में ही नहीं बल्कि बिहार में भी बड़ी संख्या में जदयू के कार्यकर्ता भारतीय जनता पार्टी में आएंगे. उन्होंने कहा कि जबसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपना अगला उत्तराधिकारी तेजस्वी को बनाने का निर्णय लिया है, उसके बाद से ही जदयू के कार्यकर्ता और कई नेता हताश और निराश हैं. यही कारण है कि लोग अब इस डूबती हुई नाव पर सवार नहीं होना चाहते हैं. उन्होंने साफ-साफ कहा कि बिहार में ही आप देख लीजिए किस तरह से उपेंद्र कुशवाहा जदयू से अलग हुए, मीना सिंह किस तरह से जदयू से अलग हो गईं. तो कहीं ना कहीं जदयू पार्टी अब बिखराव के तरफ बढ़ रही है. अब वह उस पार्टी को बचाने वाला कोई नहीं है.
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केंद्रीय एंजेंसियों पर लगे आरोपों पर सुमो की सफाई: वहीं जब उनसे सवाल किया गया कि विपक्ष के 9 बड़े नेताओं ने केंद्र सरकार को सीबीआई और अन्य जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप को लेकर एक पत्र लिखा है तो उन्होंने कहा कि इस पत्र में आप देख लीजिए ज्यादातर उन्हीं नेताओं का हस्ताक्षर है जो भ्रष्टाचार के मामले में फंसे हुए हैं. अब इस पत्र में नीतीश कुमार जी हस्ताक्षर क्यों नहीं किए? इसके बारे में हम कुछ नहीं कर सकते हैं.
''इतना आप जरूर समझ लीजिए कि अब नीतीश कुमार के लिए भारतीय जनता पार्टी का दरवाजा पूरी तरह से बंद है. वह कितना भी प्रयास करें भारतीय जनता पार्टी अब उन्हें अपने साथ नहीं ले सकती है. जहां तक पत्र लिखने की बात है तो वह ऐसे ही लोग पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं, जिनपर भ्रष्टाचार का आरोप है. ये बात साफ है और दिख रहा है.''- सुशील कुमार मोदी बीजेपी सांसद
बिहार में मचा है सियासी बवाल: बता दें कि नागालैंड में जेडीयू के एकमात्र विधायक ने जीत के बाद बीजेपी गठबंधन को अपना समर्थन पत्र सौंप दिया. इसे केंद्रीय नेतृत्व के नियम का उल्लंघन मानते हुए जेडीयू नेतृत्व ने नागालैंड राज्य इकाई को ही भंग कर दिया. बिहार में भी जेडीयू के कई नेता बीजेपी में आने के लिए तैयार हैं. खुद बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने इस बारे में ट्वीट कर जानकारी दे चुके हैं.