पटना: बिहार विधान मंडल का शीतकालीन सत्र चल रहा है. ऐसे में शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन राजधानी पटना में आंगनबाड़ी सेविकाओं के प्रदर्शन के ऊपर हुए वाटर कैनन का प्रयोग और लाठी चार्ज के विरोध में भाजपा विधायकों और विधान परिषदों का हंगामा देखने को मिला. विधान परिषद की जैसे ही कार्रवाई शुरू हुई, भाजपा के विधान पार्षद हंगामा करने लगे और फिर बाहर पोर्टिको में आकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
सीएम नीतीश पर तानाशाही का आरोप: प्रदर्शन के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भाजपा के लोगों ने ताना शाही का आरोप लगाते हुए महिला आंगनबाड़ी सेविकाओं के ऊपर हुए लाठी चार्ज का जवाब मांगा. इस दौरान उन्होंने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार तानाशाही वाली सरकार चला रहे हैं. यहां कानून का राज खत्म हो गया है. सरकार बेलगाम हो गई है और भ्रष्टाचार चरम पर है. सरकार की नीतियों के खिलाफ सभी लोग आंदोलन कर रहे हैं.
"प्रदेश में नीतीश कुमार के नेतृत्व में यह सरकार हर मोर्चे पर फेल हो गई है. बिहार में कानून का राज समाप्त हो गया है. सरकार बेलगाम हो गई है और भ्रष्टाचार चरम पर है. सरकार की नीतियों के खिलाफ जीविका दीदीयों, आंगनबाड़ी सेविकाओं, शिक्षकों का आंदोलन चल रहा है. आज जिस प्रकार आंगनबाड़ी सेविकाओं के ऊपर लाठीचार्ज किया गया है, वह निंदनीय है."- दिलीप जायसवाल, विधान पार्षद, भाजपा
महिला सुरक्षा और सम्मान की बात ढकोसला: भाजपा के विधान पार्षदों ने कहा कि सरकार महिला सुरक्षा और सम्मान की बात करती है, लेकिन महिला सेविकाओं के ऊपर सड़क पर लाठी चार्ज किया जाना कैसा सम्मान है. आंगनबाड़ी सेविकाएं अपनी मांगों को लेकर गर्दनीबाग में सड़कों पर है. ठंड का समय शुरू हो गया है और इस समय वह अपना घर-परिवार छोड़कर सड़क पर रात गुजारने को विवश है. सरकार उनसे वार्ता तक नहीं कर रही है.
"मनरेगा में ₹6000 में सभी से काम लिया जा रहा है और शोषण किया जा रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव महिलाओं की हकमारी करेंगे तो यह सरकार सत्ता विहीन हो जाएगी. इसके साथ ही आने वाले समय में प्रदेश की महिलाएं इस सरकार को जवाब देने का काम करेंगी."- निवेदिता सिंह, विधान पार्षद, भाजपा