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BJP विधायक ने फोड़ा 'बम', कहा- 80 फीसदी मंत्री ट्रांसफर-पोस्टिंग के खेल में शामिल - पटना की खबर

देवेश कुमार के ऑडियो लीक होने के बाद विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू (Gyanendra Singh Gyanu) ने बीजेपी नेतृत्व से पार्टी में व्याप्त भ्रष्टाचार की निष्पक्ष जांच की मांग की है. उन्होंने कहा कि बीजेपी कोटे के 80 फीसदी मंत्री ट्रांसफर-पोस्टिंग के खेल में शामिल हैं, लिहाजा वे इसको लेकर केंद्रीय नेतृत्व को पत्र भी लिखेंगे.

ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू
ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू
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Published : Jul 1, 2021, 5:42 PM IST

पटना: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रदेश महामंत्री देवेश कुमार (Devesh Kumar) का एक ऑडियो सामने आने के बाद से बिहार की सियासत (Bihar Politics) में बवाल खड़ा हो गया है. भ्रष्टाचार को लेकर पार्टी में ही जांच की मांग तेज होने लगी है. विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू (Gyanendra Singh Gyanu) ने भ्रष्ट नेताओं के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए केंद्रीय नेतृत्व से हस्तक्षेप की मांग की है. उन्होंने कहा कि भष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई बेहद जरूरी है.

ये भी पढ़ें- मंजीत सिंह को RJD में शामिल होने से रोकने के लिए JDU ने उतारी राजपूत नेताओं की फौज, अब नीतीश खुद मनाएंगे!

जमीन खरीद में बड़ा घोटाला
दरअसल, बिहार बीजेपी (Bihar BJP) पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं. इससे जुड़ा एक ऑडियो लीक हुआ है. यह ऑडियो पार्टी के प्रदेश महामंत्री देवेश कुमार का बताया जा रहा है. हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हुई है. अब विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने कहा है कि पार्टी के अंदर भ्रष्टाचार का बोलबाला है. 42 करोड़ घोटाले की बात सामने आ रही है, लेकिन मैं मानता हूं कि और बड़ा घोटाला हुआ है.

ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू से बातचीत

निष्पक्ष जांच की मांग
उन्होंने कहा कि मैं केंद्रीय नेतृत्व से निष्पक्ष जांच की मांग करता हूं. साथ ही कहा कि मेरा मानना है कि जांच से वैसे लोगों को अलग रखना चाहिए, जिन पर आरोप हैं. बीजेपी विधायक ने कहा कि साल 2010 से लेकर अब तक हुए वित्तीय लेनदेन की जांच निष्पक्ष रुप से कराई जानी चाहिए.

पैसे लेकर ट्रांसफर-पोस्टिंग
बीजेपी विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने ईटीवी भारत से बातचीत में ये भी कहा कि बिहार में हर एक विभाग में ट्रांसफर-पोस्टिंग का खेल होता है. इस दौरान जमकर पैसों का लेन-देन होता है. उन्होंने कहा कि बीजेपी कोटे के कई मंत्री पैसे लेकर ट्रांसफर-पोस्टिंग कर रहे हैं. ऐसे में केंद्रीय नेतृत्व को इस पूरे मामले को गंभीरता से देखना चाहिए. पार्टी की ईमानदार छवि को बचाने के लिए ऐसे नेताओं और मंत्रियों पर कार्रवाई की जानी चाहिए.

"ट्रांसफर-पोस्टिंग में 80 प्रतिशत बीजेपी के मंत्री पैसे लेते हैं. इसमें जेडीयू के भी कुछ मंत्री शामिल हैं. पार्टी में जो भ्रष्टाचार की बात सामने आई है, मैं चाहता हूं कि इसकी ऑडिट करवाई जाई और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए"- ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू, विधायक, बीजेपी

कार्रवाई से नहीं डरता
पार्टी पर ही भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के कारण अपने ऊपर कार्रवाई की संभावना पर उन्होंने कहा कि मैं सच्चाई की बात करता हूं. पार्टी की भलाई के लिए ही आवाज उठा रहा हूं, इसके लिए अगर कार्रवाई भी होती है तो मैं बिल्कुल नहीं डरता. पहले भी मुझ पर कार्रवाई होती रही है, सदस्यता भी खत्म की गई, लेकिन सच के लिए लड़ता रहूंगा.

ये भी पढ़ें- ज्ञानू के नाराजगी पर बोले संजय जायसवाल- सभी को खुश रखना संभव नहीं

कौन हैं ज्ञानेंद्र ज्ञानू?
ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू बाढ़ सीट से बीजेपी के विधायक हैं.2020 विधानसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के सत्येंद्र बहादुर को मात दी. कभी नीतीश कुमार के करीबी रहे ज्ञानू 2015 में जब लालू-नीतीश साथ आए तो बीजेपी का दामन थाम लिया. वो 2005, 2010 में जेडीयू और 2015 में बीजेपी के टिकट से भी चुनाव जीते थे.

पटना: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रदेश महामंत्री देवेश कुमार (Devesh Kumar) का एक ऑडियो सामने आने के बाद से बिहार की सियासत (Bihar Politics) में बवाल खड़ा हो गया है. भ्रष्टाचार को लेकर पार्टी में ही जांच की मांग तेज होने लगी है. विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू (Gyanendra Singh Gyanu) ने भ्रष्ट नेताओं के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए केंद्रीय नेतृत्व से हस्तक्षेप की मांग की है. उन्होंने कहा कि भष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई बेहद जरूरी है.

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जमीन खरीद में बड़ा घोटाला
दरअसल, बिहार बीजेपी (Bihar BJP) पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं. इससे जुड़ा एक ऑडियो लीक हुआ है. यह ऑडियो पार्टी के प्रदेश महामंत्री देवेश कुमार का बताया जा रहा है. हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हुई है. अब विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने कहा है कि पार्टी के अंदर भ्रष्टाचार का बोलबाला है. 42 करोड़ घोटाले की बात सामने आ रही है, लेकिन मैं मानता हूं कि और बड़ा घोटाला हुआ है.

ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू से बातचीत

निष्पक्ष जांच की मांग
उन्होंने कहा कि मैं केंद्रीय नेतृत्व से निष्पक्ष जांच की मांग करता हूं. साथ ही कहा कि मेरा मानना है कि जांच से वैसे लोगों को अलग रखना चाहिए, जिन पर आरोप हैं. बीजेपी विधायक ने कहा कि साल 2010 से लेकर अब तक हुए वित्तीय लेनदेन की जांच निष्पक्ष रुप से कराई जानी चाहिए.

पैसे लेकर ट्रांसफर-पोस्टिंग
बीजेपी विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने ईटीवी भारत से बातचीत में ये भी कहा कि बिहार में हर एक विभाग में ट्रांसफर-पोस्टिंग का खेल होता है. इस दौरान जमकर पैसों का लेन-देन होता है. उन्होंने कहा कि बीजेपी कोटे के कई मंत्री पैसे लेकर ट्रांसफर-पोस्टिंग कर रहे हैं. ऐसे में केंद्रीय नेतृत्व को इस पूरे मामले को गंभीरता से देखना चाहिए. पार्टी की ईमानदार छवि को बचाने के लिए ऐसे नेताओं और मंत्रियों पर कार्रवाई की जानी चाहिए.

"ट्रांसफर-पोस्टिंग में 80 प्रतिशत बीजेपी के मंत्री पैसे लेते हैं. इसमें जेडीयू के भी कुछ मंत्री शामिल हैं. पार्टी में जो भ्रष्टाचार की बात सामने आई है, मैं चाहता हूं कि इसकी ऑडिट करवाई जाई और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए"- ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू, विधायक, बीजेपी

कार्रवाई से नहीं डरता
पार्टी पर ही भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के कारण अपने ऊपर कार्रवाई की संभावना पर उन्होंने कहा कि मैं सच्चाई की बात करता हूं. पार्टी की भलाई के लिए ही आवाज उठा रहा हूं, इसके लिए अगर कार्रवाई भी होती है तो मैं बिल्कुल नहीं डरता. पहले भी मुझ पर कार्रवाई होती रही है, सदस्यता भी खत्म की गई, लेकिन सच के लिए लड़ता रहूंगा.

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कौन हैं ज्ञानेंद्र ज्ञानू?
ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू बाढ़ सीट से बीजेपी के विधायक हैं.2020 विधानसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के सत्येंद्र बहादुर को मात दी. कभी नीतीश कुमार के करीबी रहे ज्ञानू 2015 में जब लालू-नीतीश साथ आए तो बीजेपी का दामन थाम लिया. वो 2005, 2010 में जेडीयू और 2015 में बीजेपी के टिकट से भी चुनाव जीते थे.

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